कलश स्थापना आज, एक तिथि क्षय होने से आठ दिन का ही हाेगा नवरात्र : शारदीय नवरात्र गुरुवार से शुरू हो रहा है। नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना के साथ मां दुर्गा की आराधना आरंभ हो जाएगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार प्रात: 6:15 से 10:30 बजे तक कलश स्थापना का सर्वोत्तम और उसके बाद मध्यम समय है। 15 अक्टूबर काे विजयादशमी मनेगी।
कलश पूजन से सुख-समृद्धि, धन, वैभव, ऐश्वर्य, शांति, पारिवारिक उन्नति और रोग-शोक का नाश होता है। इसबार एक तिथि के क्षय होने से आठ दिन का ही नवरात्र होगा। इस बीच बुधवार की देर शाम तक पूजन अाैर अन्य सामग्रियों की खरीदारी के लिए बाजार में भीड़ देखी गई। माता को समर्पित गीतों से शहर की फिजा बदल गई है।
कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त
{उदयकालिक योग {प्रातः 6:10 से शाम 5:50 बजे तक
{गुली काल मुहूर्त {सुबह 8:41 से 10: 09 बजे तक
{चर मुहूर्त
{सुबह 10:09 से 11:37 बजे तक
{अभिजीत मुहूर्त {दोपहर 11:14 से 12:01 बजे तक
{लाभ मुहूर्त
{दोपहर 11:37 से 01:05 बजे तक
{अमृत मुहूर्त
{मध्याह्न 1:05 से 2:33 बजे तक
शुभ योगों का बना महासंयोग, खरीदारी के लिए भी यह नवरात्र उत्तम
शारदीय नवरात्र के दौरान कई शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे योग में देवी की उपासना, मंत्र जाप, पाठ आदि विशेष फलदायी होता है। शुभ योग में नया व्यापार आरंभ, चल-अचल संपत्ति में निवेश, वाहन या भूमि-भवन की खरीदारी के लिए भी उत्तम समय रहेगा। इस बार शारदीय नवरात्र में एक सर्वार्थ सिद्धि, एक जयद योग और 5 रवियोग बन रहे हैं। साथ ही प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य और शोभन योग भी रहेंगे।
input:daily bihar