हैदराबाद की फार्मा कंपनी हेटेरो पर आईटी छापे, अलमारियों में मिला 142 करोड़ कैश : आयकर विभाग ने हेटेरो फार्मास्यूटिकल ग्रुप पर छापे मारे। रेड करने वाले अफसर तब दंग रह गए, जब उन्हें 142 करोड़ रु. कैश दफ्तर की अलमारियों में पड़ा मिला। एक अलमारी में तो पल्ले भी नहीं लगे थे। आयकर विभाग ने बताया- दस्तावेज जांचने के बाद पता चला कि कंपनी ने 550 करोड़ की कमाई का कहीं जिक्र नहीं किया है। यह कंपनी दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में भारत में तैयार दवाएं निर्यात करती है।
द न्यूज मिनट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बुधवार को हेटेरो ड्रग्स के परिसरों पर छापेमारी की गई। I-T अधिकारियों की विभिन्न टीमों ने कंपनी के कॉर्पोरेट कार्यालय और प्रोडक्शन सेंटर्स और Hetero CEO और डायरेक्टर्स के घरों की तलाशी ली। हेटेरो के पास दुनिया भर में 36 अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाएं हैं, जो प्रमुख चिकित्सीय श्रेणियों जैसे HIV/AIDS, ऑन्कोलॉजी, कार्डियोवस्कुलर, न्यूरोलॉजी, हेपेटाइटिस, नेफ्रोलॉजी आदि के लिए उत्पाद बनाती है।
दुनिया में एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रेडिएंट्स (API) के सबसे बड़े प्रोडक्ट में से, इसके रणनीतिक व्यावसायिक क्षेत्र API, ग्लोबल जेनेरिक, बायोसिमिलर और कस्टम फार्मास्युटिकल सेवाओं में फैले हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 7,500 करोड़ रुपए की फार्मा प्रमुख फर्मों में से एक है, जिसने भारत में Covid-19 वैक्सीन Sputnik V के निर्माण के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के साथ करार किया है।
input:daily bihar