राज्य सरकार इस योजना पर 11,100 करोड़ रुपए खर्च करेगी, बिहार में 2025 तक हर घर स्मार्ट प्री-पेड मीटर : बिहार ही एक ऐसा राज्य है जहां स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने की योजना आई। इससे अंतत: उपभोक्ताओं को ही लाभ होगा। इस योजना को पूरा करने में पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी। नाबार्ड से कर्ज लेने के कारण बिजली कंपनियों को आर्थिक बोझ कम पड़ेगा। इस योजना के लिए मुख्यमंत्री का आभार और धन्यवाद। – बिजेन्द्र प्रसाद यादव, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री, बिहार
बिहार के डेढ़ करोड़ से अधिक बिजली उपभोक्ताओं के यहां अगले चार सालों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जाएगा। साल 2025 तक सभी उपभोक्ताओं के यहां नि:शुल्क स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने के लिए राज्य सरकार अपनी योजना शुरू करेगी। इस मद में सरकार 11,100 करोड़ रुपए खर्च करेगी। बिजली कंपनी की यह अबतक की सबसे बड़ी योजना है। सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट में ऊर्जा विभाग की इस योजना पर मुहर लग गई। राज्य कैबिनेट ने कुल 12 एजेंडों पर मुहर लगाई।
बिहार में साल 2019 से ही बिजली उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं। एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के माध्यम से शहरी उपभोक्ताओं के साथ ही कृषि और नल-जल योजना में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जा रहे हैं। अब तक 2.80 लाख मीटर लग चुके हैं। अगले साल जुलाई तक 23.5 लाख मीटर लगाने का लक्ष्य तय है। इसी कड़ी में तय किया गया कि सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाया जाए। इसके लिए बिजली कंपनी ने विशेष योजना बनाई। राज्य सरकार की प्रस्तावित इस योजना के तहत स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने वाली कंपनी को योजना लागत की लगभग 45 राशि दे दी जाएगी। इसके बाद बची 55 राशि आठ वर्षों की योजना अवधि में मासिक किस्तों के रूप में दी जाएगी।
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