रसोई गैस की सब्सिडी (LPG Subsidy) बैंक खाते में नियमित रूप से नहीं पहुंचने से उपभोक्ता परेशान हैं। कुछ उपभोक्ताओं के खाते में बहुत कम पैसा गया है तो कुछ के खाते में गया ही नहीं है। हालांकि कुछ उपभोक्ताओं के खाते में नवंबर में भी सब्सिडी की राशि भेजी गई है। कई तरह की बातें सामने आने से ग्राहक के बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आइओसी ने भी माना कि फिलहाल रसोई गैस सब्सिडी के भुगतान में कुछ परेशानी बनी हुई है।
आर एस इंडेन की उपभोक्ता आरती सिंह ने कहा कि नवंबर में उन्हें 4.58 रुपये सब्सिडी मिली है। एक अन्य उपभोक्ता प्रेम कुमार का कहना था कि छह अक्टूबर को उनको सिलेंडर डिलीवरी की गई थी और नौ अक्टूबर को 79.26 रुपये सब्सिडी मिल गई। वहीं शहीद गणेश गैस एजेंसी के उपभोक्ता उमेश नाथ द्विवेदी ने कहा कि उन्हें चार माह से रसोई गैस सब्सिडी नहीं मिली है। इसके पूर्व दो माह सब्सिडी मिली थी। परेशानी इसके पहले से है। बीपीसीएल के उपभोक्ता मिथिलेश कुमार का कहना था कि मैसेज में राशि का उल्लेख नहीं रहता है।
इस मामले में आइओसी की ओर से कहा गया कि रसोई गैस सब्सिडी भुगतान के लिए नया सिस्टम तैयार किया गया है। इस नए सिस्टम के जरिये अभी सुचारू रूप से कार्य नहीं हो पा रहा है, इस वजह से परेशानी हो रही है। पूर्व की अपेक्षा बहुत सुधार हुआ है। सितंबर तक की सब्सिडी उपभोक्ताओं के खाते में भेजी जा चुकी है। अन्य महीने की रसोई गैस सब्सिडी भी शीघ्र ही मिल जाएगी। बताया गया कि 79.26 रुपये प्रति सिलेंडर सब्सिडी दी जा रही है। बिहार एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के महासचिव डा रामनरेश सिन्हा ने कहा कि सब्सिडी की राशि मिलने में कुछ परेशानी थी। अब बहुत सुधार हो चुका है। शीघ्र ही नियमित रूप से उपभोक्ताओं को सब्सिडी की राशि मिलने लगेगी।
Input: Daily Bihar