पटना : बिहार में इन दिनों लगातार आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के यहां छापेमारी हो रही है। हाल में अवैध बालू खनन में संलिप्तता को लेकर दो जिलों के अंचलाधिकारी, एसडीओ, डीएसपी, एसपी और परिवहन विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। अब इसी कड़ी में भोजपुर के कोईलवर के तत्कालीन सीओ अनुज कुमार पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई शुरू हो गई है। आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने उनके पटना स्थित आवास से लेकर ससुराल तक ताबड़तोड़ छापेमारी की है। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने उनके पटना, नवादा और गया के साथ अन्य कई जिलों के ठिकानों पर छापे मारे हैं। सीओ के पटना शहर के जगदेव पथ स्थित आवास, नवादा स्थित पैतृक आवास और गया स्थित ससुराल में अब तक की छापेमारी में आर्थिक अपराध इकाई को कई अहम सुराग मिले हैं। नगदी रुपए, ज्वेलरी और जमीन से जुड़े दर्जनों कागजात बरामद हुए हैं। बता दें कोईलवर के तत्कालीन सीओ अनुज कुमार के खिलाफ 18 नवंबर को आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था।
27 जुलाई को निलंबित किए गए हैं अनुज
सीओ अनुज कुमार पर बालू माफिया से मिलीभगत का आरोप 14 जुलाई को लगा था। इसके बाद 27 जुलाई को विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया। तब से अनुज कुमार लगातार अपना ठिकाना भी बदल रहे थे। अधिकारियों को कहना है कि आगे की कार्रवाई से बचने के लिए वह अपने सबूत मिटाने में लगे थे। उनके निलंबन के बाद कोर्ट से आर्थिक अपराध इकाई ने सर्च वारंट निकलवाया था। इकाई के अपर पुलिस महानिदेशक एनएच खान ने छापेमारी की पुष्टि भी की है। दो दिन पहले ही टीम ने मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के घर भी छापेमारी की थी। कुलपति के बोधगया स्थित आवास, कार्यालय और गोरखपुर स्थित घर में छापेमारी हुई थी। गोरखपुर स्थित घर से 3 करोड़ रुपए नगद थे। इसके अलावा विदेशी करेंसी, करोड़ों के आभूषण और हाल के दो से तीन वर्षों में करोड़ों की खरीदी गई जमीन के कागजात मिले थे।
Input: Daily Bihar
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