कोरोना से एम्स में एक मौत, विदेश से लौटे 4000 लोगों को अब खोजेगी पुलिस, नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के फैलने का डर देख कवायद, एम्स में ब्लैक फंगस का मरीज भर्ती, विदेश से पटना लौटे 560 में से 230 लोगों से ही हुआ संपर्क, सिविल सर्जन पुलिस कप्तान से मांगेंगे फोर्स
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन काे फैलने से रोकने के लिए विदेश से आए सभी लोगों को खोजकर उनकी जांच कराने का निर्देश केंद्र सरकार की ओर से दिया गया है। बिहार में ऐसे चार हजार से अधिक लोगों की लिस्ट भेजी गई है। इन्हें जल्दी खोजने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग पुलिस की भी मदद लेगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ऐसे लोगों के पते पर जाकर उनका पता लगा रही है, लेकिन काम में तेजी लाने के लिए पुलिस की मदद लेने का फैसला लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पिछले 10 दिनों में 4200 लोगों की सूची सौंपी है जो विदेश यात्रा से बिहार लौटे हैं। उनके पासपोर्ट नंबर, मोबाइल नंबर, नाम अाैर पते की लिस्ट दी गई है। हालांकि अभी इनमें से काफी कम लोगों को ही खोजकर जांच के लिए उनका सैंपल लिया जा सका है।
पटना एम्स में कोरोना संक्रमित 80 साल के विजय नारायण वर्मा की मौत हाे गई। वह पटना के नेहरूनगर के रहने वाले थे। एक सप्ताह से वे अपने बेटे अतुल आनंद के साथ भर्ती थे। पिता की मौत होने के बाद बेटे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। एम्स में अभी एक मरीज का इलाज चल रहा है। कोरोना के नोडल अफसर डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि एम्स में 20 दिन बाद कोरोना संक्रमित की मौत हुई है। इसके अलावा ब्लैक फंगस से संक्रमित एक मरीज भर्ती हुआ है। पूरे बिहार में कोरोना के 5 नए मरीज गुरुवार को मिले। पटना व समस्तीपुर में 2-2 अाैर भागलपुर में 1 मरीज मिला है। राज्य में अब सक्रिय मरीज 31 हैं। इनमें 18 सक्रिय मरीज पटना में हैं। सरकारी रिकॉर्ड में राज्य में कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या 9664 हो चुकी है।
विदेश से पटना लौटे 560 में से 230 लोगों से ही हुआ संपर्क
हाल में विदेश से पटना लाैटे 165 लोगों के सैंपल में से 119 की रिपोर्ट निगेटिव मिली है। अन्य 46 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है। पटना के 560 लोग इस लिस्ट में हैं, जिनमें से 230 से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संपर्क किया है। 165 सैंपल कलेक्ट किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार विदेश से लौटे लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की तलाश के लिए तेजी से सैंपल कलेक्ट करने का काम चल रहा है।
सिविल सर्जन पुलिस कप्तान से मांगेंगे फोर्स
राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से विदेश से आने वाले यात्रियों की बड़ी संख्या को देखते हुए इनकी ट्रैकिंग के लिए जिला पुलिस बल की मदद लेने का फैसला किया है। सभी जिलों के सिविल सर्जनों को इससे संबंधित निर्देश दिए गए हैं। सिविल सर्जन अपने स्तर से एसएसपी-एसपी को वस्तुस्थिति से अवगत कराएंगे और उनसे पुलिस बल की मांग करेंगे। कोविड टेस्ट में अगर रिपोर्ट पॉजिटिव मिलती है तो उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी ताकि नए वैरिएंट का पता लगाया जा सकेI
Input: Daily Bihar