असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए केंद्र सरकार ने वर्ष 2021 में ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत की थी, ताकि इन सभी लोगों का डेटाबेस तैयार कर, उन्हें आर्थिक सहायता दी जा सके। सरकार की इस योजना में कुल 18 करोड़ लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। वहीं, लोगों को श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से लगातार इससे जुड़ी जानकारियां दी जा रही है। हालांकि, दरशल अभी भी कई लोगों के मन में यह सवाल है कि इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कौन-कौन करवा सकता है।
ट्वीटर पर यह सवाल पूछा कि क्या मैं एक कंस्ट्रक्शन वर्कर हूं, तो क्या मैं ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर सकता हूं। इस सवाल के जवाब में लिखा गया है कि, हां! कंस्ट्रक्शन वर्कर, प्रवासी श्रमिक, स्ट्रीट वेंडर, घरेलू कामगार, कृषि श्रमिक और दूसरे कोई भी कामगार, जो ईएसआईसी या ईपीएफओ के सदस्य नहीं हैं, ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं।
ट्यूटर, घर का नौकर – नौकरानी, खाना बनाने वाली बाई, सफाई कर्मचारी, गार्ड, बढ़ई , प्लम्बर, बिजली वाला (इलेक्ट्रीशियन), पोताई वाला (पेंटर), टाइल्स वाला, ब्यूटी पार्लर की वर्कर, नाई, मोची, दर्जी, वेल्डिंग वाला, खेती वाले मज़दूर, नरेगा मज़दूर, ईंट भट्ठा के मज़दूर, फाल्स सीलिंग वाला, मूर्ती बनाने वाले, पत्थर तोड़ने वाले, खदान मजदूर, मछुवारा, रेजा, कुली, रिक्शा चालक, ठेला में किसी भी प्रकार का सामान बेचने वाला (वेंडर), चाट ठेला वाला, भेल वाला, चाय वाला, होटल के नौकर/वेटर, रिसेप्शनिस्ट, पूछताछ वाले क्लर्क, ऑपरेटर, हर दुकान का नौकर / सेल्समैन / हेल्पर, ऑटो चालक, ड्राइवर, पंचर बनाने वाला, चरवाहा, डेयरी वाले, सभी पशुपालक, ड्राइवर, पंचर बनाने वाला, चरवाहा, पेपर का हॉकर, जोमैटो स्विगी के डिलीवरी बॉय, डिलीवरी बॉय (कूरियर वाले), नर्स, वार्डबॉय, आया, मंदिर के पुजारी, विभिन्न सरकारी ऑफिस के दैनिक वेतन भोगी यानी वास्तव में आपके आसपास दिखने वाले प्रत्येक कामगार का यह कार्ड बन सकता है।
ई-श्रम कार्ड पूरे देश में स्वीकार्य है। इसके अनेक फायदे हैं, रजिस्ट्रेशन के बाद श्रमिकों को दुर्घटना बीमा की भी सुविधा दी जाती है। PMSBY के तहत आंशिक विकलांगता पर 1 लाख रुपये एवं स्थायी विकलांगता पर 2 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिलेगा। पोर्टल से जुड़ने वाले श्रमिकों को जहां यूपी सरकार मार्च तक 500 रुपये महीना दे रही है।
Input: The Bihar Khabar