बिहार में सोमवार और मंगलवार को छात्रों ने जमकर हंगामा किया. पटना समेत कई जिलों में छात्र बड़ी तादाद में रेलवे पटरी पर जमा हो गये. सोमवार को राजेंद्रनगर टर्मिनल और आरा में छात्रों को किसी तरह काबू में रखा गया था. मंगलवार को भी ये प्रदर्शन जारी रहा.
रेलवे ट्रैक पर काटा बवाल
मंगलवार को छात्रों ने जमकर बवाल काटा. कई जगह रेल ट्रैक को नुकसान पहुंचाया गया तो कई जगह रेलवे की संपत्ति को आग के हवाले कर दिया. पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और फायरिंग भी की. जानिये क्या है इस विरोध प्रदर्शन की वजह..
जानें क्या है विरोध की वजह..
अभ्यर्थियों के अनुसार आरआरबी ने 2019 में एनटीपीसी का 35000 पदों पर बहाली निकाला था और उसकी परीक्षा सितंबर 2021 में लिया था. अब जब रिजल्ट जारी किया है तो उसमें 20 गुना की जगह 11 गुना छात्रों का रिजल्ट जारी किया है. जिसके कारण 3.80 लाख छात्रों को सीबीटी-2 से वंचित रह गये हैं. एक ही छात्रों का 6 पदों पर रिजल्ट घोषित किया गया है, जबकि कोई भी छात्र एक ही पद पर बहाल होगा. इस तरह इस बहाली में भी सीट खाली रह जायेगी..
जानें क्या है मांग…
अभ्यर्थियों का कहना है कि नॉर्मलाइजेशन प्रकिया भी पारदर्शी नहीं होने के कारण कई छात्र जो ज्यादा नंबर लाए हैं अब उनका कम नंबर आ रहा है. यह प्रक्रिया संदेह के घेरे में है. अभ्यर्थियां ने यह मांग किया कि रेलवे अपना परीक्षा कैलेंडर जारी करें. साथ ही साथ नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया को भी पारदर्शी बनाएं. रेलवे ग्रुप-डी की परीक्षा पूर्व की भांति एक ही चरण में लिया जाये.
आरा में ट्रेन में लगाई आग, अन्य शहरों में भी प्रदर्शन
बता दें कि मंगलवार को भी अभ्यर्थियों ने राज्य भर के विभिन्न शहरों में जमकर हंगामा किया. पटना में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया तो कई घंटे जाम के बाद पुलिस को लाठी चार्ज करनी पड़ी. नालंदा, जमुई, नवादा, सीतामढ़ी, बक्सर, आरा और मुजफ्फरपुर में रेलवे ट्रैक पर जोरदार प्रदर्शन किया. वहीं आरा में ट्रेन को आग के हवाले कर दिया
Input: Prabhat Khabar