शिवहर, जासं। शिवहर विद्युत विभाग के संविदा कर्मी अभिजीत तिवारी घोड़े पर सवार होकर बिजली बिल वसूलना विद्युत विभाग को नागवार गुजरा है। विभाग ने अभिजीत के घोड़े पर सवार होकर बिजली बिल वसूलने पर लगाम लगा दिया है।
साथ ही उसकी संविदा रद्द कर दी है। विभाग की इस कार्रवाई के बाद शिवहर के युवाओं में आक्रोश है। डुमरी कटसरी के सामाजिक कार्यकर्ता मंटू कुमार सिंह ने विभाग की इस कार्रवाई को तुगलकी करार दिया है। साथ ही इसे निजता पर हनन करार दिया है।
वहीं विद्युत विभाग से कार्रवाई वापिस लेने की मांग की है। अन्यथा समाहरणालय से लेकर विद्युत विभाग के कार्यालय तक धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। उधर, युवाओं ने इंटरनेट मीडिया पर विभागीय कार्रवाई को गलत करार दिया है। बताते चलें कि पेट्रोल की कीमत बढ़ने के साथ ही अभिजीत रोजाना घोड़े पर सवार होकर बिजली बिल वसूल रहे थे। अभिजीत की इस पहल ने उन्हें घोड़े वाले बिजली बाबू बना दिया था। टीािजीत मूल रूप से शिवहर प्रखंड के विशुनपुर किशुनदेव गांव के रहने वाले है।
अभिजीत के पिता शिवशंकर तिवारी ने शौक से घोड़ा पाल रखा है। सरैसा नस्ल के इस घोड़े पर रोजाना महज 60 से 70 रुपये खर्च होता है। अभिजीत ने बताया कि रोजाना बिल वसूली में करीब 150 रुपये का पेट्रोल खर्च हो जाता था। दुर्गम रास्ते पर परेशानी भी होती थी । घर पर घोड़ा रहने के कारण घुड़सवारी भी जानता हूं । यही वजह है कि बाइक खड़ी कर घोड़े पर सवार होकर बिल वसूलना शुरू कर दिया । अभिजीत इसे लेकर इलाके में चर्चा का केंद्र बन गए। अभिजीत की पहल को लोगों ने सराहा । लेकिन विद्युत विभाग को यह नागवार गुजरा है। घोड़ वाले बाबू पर कार्रवाई के बाद के बाद शिवहर के लोग अचंभित हैं। सभी लोगों का सिर्फ एक ही सवाल आखिर क्यों हुई कार्रवाई।