संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा 2021(UPSC 2021) का रिजल्ट बीते सोमवार को जारी हो गया। इस बार भी बिहार के अभ्यर्थियों ने भी बाजी मारी है। मोतिहारी के पताही प्रखंड स्थित नारायणपुर गांव निवासी शुभंकर प्रत्यूष पाठक को 11वीं रैंक मिली है।
उन्होंने IIT धनबाद से बीटेक किया है। उनके पिता आरके पाठक भारत सरकार में तकनीकी विकास बोर्ड में सचिव हैं। वो कटिहार में भी रह चुके हैं। वहीं, मुंगेर की अंशु प्रिया यादव को 16वीं रैंक मिला है। उनके पिता शैलेंद्र कुमार यादव सरकारी शिक्षक हैं।
शिक्षक की बेटी अंशु प्रिया ने हासिल किया 16 वां रैंक
बिहार के मुंगेर शहर के पूरबसराय गायत्री नगर निवासी शिक्षक पुत्री अंशु प्रिया ने यूपीएससी परीक्षा में 16वां रैंक प्राप्त किया है। मूल रूप से असरगंज प्रखंड के दुल्हर गांव निवासी शैलेंद्र कुमार पेशे से शिक्षक हैं। वर्तमान समय वह संदलपुर मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात हैं।
अपनी सफलता के बाद अंशु प्रिया ने बताया कि वर्तमान में जो भी स्टूडेंट यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए कुछ बताना चाहती हूं।
यूपीएससी की ओर से जारी सिलेबस को ध्यान में रखने की जरूरत होती है। इसमें कंसीस्टेंसी की बहुत जरूरत है। इंटरनेट पर जाकर यह पता लगा सकते हैं कि क्या पढ़ना है। प्रतिदिन आठ से 10 घंटे की पढ़ाई जरूरी है।
आशीष ने पहले ही प्रयास में हासिल किया 23वां रैंक
पटना के बिस्कोमान कॉलोनी के रहने वाले आशीष ने 23वां स्थान हासिल किया है। उनका यह पहला अटेम्प्ट था। वह सिटी कॉर्पोरेशन की नौकरी छोड़ तैयारी में जुटे थे। उनके पिता हरेंद्र सिंह शेखपुरा के बरबीघा में ITI कॉलेज का संचालन करते हैं। उन्होंने बताया, ‘बेटा बचपन से ही मेधावी था।
10वीं और 12वीं बोर्ड में 99% से ज्यादा अंक प्राप्त मिले थे। 12वीं तक की पढ़ाई उसने सरस्वती विद्या मंदिर मरचा-मरची, पटना से की है। स्कूलिंग पूरा करने के बाद उसने IIT की तैयारी की और वो इसमें भी कामयाब रहा। IIT BHU से उसने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।’
वहीं, कटिहार के अमन को 88वां रैंक मिला है। उनके पिता दुर्गा लाल अग्रवाल कटिहार के राज हाता के रहने वाले हैं। नवादा के आलोक रंजन को 346वां स्थान मिला है। वे रोह प्रखंड के गोरिहारी गांव के रहने वाले हैं।
वैशाली की बेटी श्रेया को मिला 71वां रैंक
वैशाली जिले की एक बेटी ने अपने मेहनत और मजबूत इच्छाशक्ति से जिले और राज्य गौरव प्रदान किया है। वैशाली जिले के हाजीपुर के सुल्तानपुर पंचायत मंगूरही की श्रेया श्री ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) 2021 के फाइनल रिजल्ट 71 वा स्थान हासिल किया।
आपको बताते चले कि श्रेया के पिता दिनेश चौधरी बैंक कर्मी है, पूर्व में वह भारतीय वायु सेना में कार्यरत थे। श्रेया ने मध्य प्रदेश के पिछड़े से जिले सिंगरौली के सरकारी स्कूल से कक्षा 10वीं व 12वीं की पढाई की थी। श्रेया के रिजल्ट पर पूरे इलाके में ख़ुशी का माहौल है, आसपास के लोग लगातार बधाई देने श्रेया श्री के घर पहुंचने लगे है।
रोहतास के अमन ने भी मारी बाजी
वहीं, रोहतास के अमन आकाश ने 360वां रैंक प्राप्त किया है। अमन बिक्रमगंज शहर के शांति नगर मुहल्ला के निवासी हैं। इनकी प्रारंभिक शिक्षा बिक्रमगंज के गांधी इंटर स्कूल से हुई है।
इसके बाद इंटरमीडिएट सैनिक स्कूल से किया। अमन ने MP में SBI के मैनेजर पद पर कार्यरत रहते हुए यह रैंक हासिल किया है।
मजदूर के बेटे को मिली सफलता
मुजफ्फरपुर के मीनापुर प्रखंड के मुकसुदपुर के रहने वाले विशाल कुमार को 484वां रैंक मिला है। विशाल के मजदूर पिता बिकाऊ प्रसाद की मौत के बाद परिवार कर्ज में डूब गया था।
मैट्रिक की परीक्षा में जिला टापर रहे, फिर पूर्व DGP अभयानंद के मार्गदर्शन में पढ़ाई की और IIT कानपुर में केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद तैयारी कर रहे थे। वहीं मुजफ्फरपुर के ही मीनापुर के टेंगराहां के अभिनव कुमार को 146 रैंक मिला है।
शुभ्रा ने दूसरी बार निकाली UPSC सिविल सेवा की परीक्षा
बिहार के औरंगाबाद की शुभ्रा ने यूपीएससी की परीक्षा में 197वीं रैंक लाकर न सिर्फ अपने मां-बाप, बल्कि औरंगाबाद जिले का नाम पूरे देश में रोशन कर दिया।
शुभ्रा के पिता अरूंजय शर्मा एक किसान हैं, वहीं उनकी मां रेणु देवी एक गृहणी। बावजूद अपनी बेटियों को पढ़ाने-लिखाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ रखी है।
5 बहनों में दूसरे स्थान की बहन शुभ्रा ने इसके पहले भी यूपीएससी की परीक्षा में 308वीं रैंक हासिल की थी और फिलहाल जयपुर में इंडियन पोस्ट्स एंड टेलीकॉम फिनांस सर्विस में बतौर अधिकारी पदस्थापित हैं।