बिहार के खगड़िया का एक परिवार अपने बेटे का IAS में सिलेक्ट होने की खुशी मनाता रहा। डीएम तक ने फोन करके परिवार को बधाई दी, लेकिन यह खुशी परिवार 24 घंटे भी नहीं रही। अगले ही दिन बेटे के दोस्त ने ही पोल खोल दिया।
परिवार ने रोल नंबर का मिलान किया तो पता चला कि यह उनका बेटा आशीष कुमार का रिजल्ट नहीं है, बल्कि यह अररिया के आशीष कुमार का है। उन्हें 85वीं रैंक मिली है।
खगड़िया के मानसी थाना क्षेत्र के राजाजान गांव के उमाकांत शर्मा परिवार के साथ दिल्ली में रहते हैं। वहां उनका बेटा आशीष कुमार यूपीएससी की तैयारी करता है।
यूपीएससी की परीक्षा में 85वीं रैंक
सोमवार को संघ लोक सेवा आयोग का रिजल्ट वेबसाइट पर प्रकाशित कर दिया गया था। आशीष कुमार ने माता-पिता को बताया कि यूपीएससी की प्रतियोगिता परीक्षा में उसकी 85वीं रैंक आई है।
खुशी में आशीष कुमार के माता-पिता ने आस-पास के लोगों को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया। आशीष और परिजन ने फेसबुक और वॉट्सऐप से यूपीएससी की परीक्षा में 85वां रैंक पर चयनित होने की सूचना पोस्ट कर दिया। वहीं यूपीएससी की परीक्षा में आशीष की चयनित की सूचना मिलने पर डीएम ने भी देर रात बधाई दिया।
दोस्त ने खोल दी आशीष की पोल
आशीष के दोस्त ने यूपीएससी की परीक्षा में चयन की सूचना को गलत ठहराया। आशीष के दोस्त ने बताया कि वह लोगों को गुमराह कर रहा है। ऐसी कोई बात नहीं है।
बताया कि खगड़िया का आशीष का यूपीएससी में 85वां रैंक नहीं आया है। बल्कि अररिया जिले के आशीष कुमार का यूपीएससी में 85वीं रैंक में रिजल्ट बना है। जो डीएसपी के पद पर पूर्व से तैनात हैं।
अररिया जिले के आशीष का हुआ रिजल्ट
बताया कि वर्ष 2020 में भी आशीष ने यूपीएससी की परीक्षा में चयन होने की बात कही थी। उस समय पर भी न्यूज में रिजल्ट प्रकाशित किया था।
इधर, आशीष की मां ने बताया कि यूपीएससी की परीक्षा में रोल नंबर से मिलान करने में गलती हो गई है। आशीष का रिजल्ट नहीं हुआ है। बल्कि अररिया जिले के आशीष का रिजल्ट हुआ है।
सातवीं तक की पढ़ाई डीएवी स्कूल खगड़िया से की
आशीष ने बताया कि सातवीं तक की पढ़ाई डीएवी स्कूल खगड़िया से की है। बताया कि 8वीं से 10वीं की पढ़ाई पटना जिले के मोकामा डीएवी स्कूल से की है। तथा 12वीं की पढ़ाई सेंट पॉल स्कूल बेगूसराय से की है।
जबकि ग्रेजुएट की पढ़ाई मगध यूनिवर्सिटी के रामरतन सिंह कॉलेज मोकामा से किया है। इग्नू से एमए इंग्लिश की तैयारी कर रहे हैं। यूपीएससी प्रतियोगिता की परीक्षा की तैयारी दिल्ली में कर रहे हैं।
अब जॉइनिंग लेटर नहीं आया है
आशीष ने बताया कि यूपीएससी 2020 की प्रतियोगिता परीक्षा में तीन अंक से चूक गए थे, लेकिन सेकेंड लिस्ट में रिजल्ट हो गया। जिसमें आशीष को इंडियन रेलवे प्रोटेशन फोर्स सर्विस में काम करने का मौका मिला है मगर अब जॉइनिंग लेटर नहीं आया है।