व्रत त्‍योहार : तीज, चोर चंदा, गणेश चतुर्थी और भद्रकाली पूजन; यहां जानें… शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

व्रत त्‍योहार : अखंड सौभाग्य की कामना से किया जाने वाला हरतालिका तीज, चोर चंदा, गणेश चतुर्थी और भद्रकाली पूजन, भादो अमावस उत्सव को लेकर चहूं ओर शहर में हर्षोल्लास का माहौल है। शहर के अधिकतर लोग पूजा पाठ कर रहे हैं या फिर उसके तैयारी में लगे हुए हैं। उधर, बाजार में भी रौनक बढ़ गई है। फल फूल मिठाई के अलावा व्रतों में लगने वाला पूजा सामग्रियों और वस्त्र परिधानों से बाजार सज धज गया है। बाजार में सबसे ज्यादा महिलाओं की भीड़ देखी जा रही है।

शहर में भद्रकाली की हो रही पूजा

इधर मिनी मार्केट रोड मुंदीचक, मीरजान हसन रोड, आर एचएमटी लेन बरारी आदि जगहों पर काली मां भद्रकाली की प्रतिमा देर रात स्थापित की गई। वैदिक विधि विधान से प्राण प्रतिष्ठा के साथ पूजा अर्चना किया गया। विशेष महा प्रसाद का भोग लगाया गया। आज शनिवार को मिनी मार्केट काली मंदिर के पास मेला भी लगा हुआ है। शहर के अधिकतर काली मंदिरों में दूसरे दिन मां को खिचड़ी का भोग अर्पण किया गया। श्रद्धालुओं ने काली मां की आराधना किया।

हरतालिका तीज

तिलकामांझी महावीर मंदिर के पंडित आनंद झा ने बताया कि यह व्रत भादो महीना के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को किया जाता है। तृतीया तिथि 29 अगस्त सोमवार को दिन के 2:45 से मंगलवार को दिन के 2:40 तक रहेगा। हस्त नक्षत्र सोमवार की रात्रि 11:38 से मंगलवार की रात्रि 12:25 तक रहेगा। हस्त नक्षत्र से युक्त हरतालिका तीज व्रत अति शुभ एवं विशेष फलदाई होता है। व्रत का पारण 31 अगस्त बुधवार की सुबह को किया जाएगा।

गणेश चतुर्थी और चोर चंदा व्रत

चोर चंदा व्रत 30 अगस्त मंगलवार को किया जाएगा। इसमें व्रती सायं काल में चंद्र देव को अर्घ देते हैं। चंद्र देव की पूजन करने का विधान है। वहीं गणेश चतुर्थी महोत्सव 31 अगस्त बुधवार से आरंभ होगा। इस गणेश चतुर्थी में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है। श्री गणेश भगवान और चन्द्र देव की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। जीवन में सुख शान्ति और समृद्धि आती है। गणेश पूजन में मोदक (लड्डू) का भोग लगाने का विशेष महत्व बताया गया है।

व्रतों को लेकर बाजार में बढ़ी रौनक

आगामी तीन दिनों के अंदर कई व्रत-त्योहार हैं जिसको लेकर शहर और आसपास के बाजारों में रौनक बढ़ गई है। तीज को लेकर वस्त्रों के बाजार में विभिन्न आकर्षक परिधानों से दुकानें सज गई हैं। वहीं फल फूल पूजा सामग्री भोग के सामान नैवेद्य आदि की दुकानों में भी रौनक बढ़ गई है। बाजार में महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है।

बांस के डलिया का भी बाजार गर्म

देवी मां को डलिया अर्पित करने का परंपरा है। शहर में कई जगहों पर भद्रकाली की प्रतिमा स्थापित की गई है जहां सुबह से ही शनिवार को डलिया चढ़ाने वाली महिलाओं की भीड़ देखी गई। उधर बाजार में भी बांस की डलिया की बिक्री काफी हो रही थी। एक डलिया की कीमत 50 से एक सौ रुपये तक है। विनय कुमार सिन्हा सहित शांति समिति के सदस्य व्रत त्यौहार को सौहार्दपूर्ण वातावरण में सफल कराने के प्रयास में लगे हैं।

भादो अमावस उत्सव का हुआ समापन

शहर के चुनिहारी टोला में रानी सती दादी का दो दिवसीय भादो अमावस उत्सव आज शनिवार को संपन्न हो गया। इस दौरान लगातार दो दिनों तक विभिन्न कार्यक्रम हुआ। शनिवार की सुबह चार बजे मंगला आरती के साथ कार्यक्रम का आरंभ हुआ । उसके बाद रुद्राभिषेक, जलाभिषेक एवं महाआरती का आयोजन हुआ।

संध्या में मेला लगा। खाने-पीने के विभिन्न स्टाल के साथ मनोरम झांकी बाबा भोलेनाथ का भव्य श्रृंगार मां जगदंबा का भव्य श्रृंगार एवं महाआरती के साथ प्रसाद वितरण किया गया। आयोजन को सफल बनाने में अरुण झुनझुनवाला, ओम प्रकाश कनोडिया, अरुण लाठ, शिव कुमार अग्रवाल, मुन्ना खेमका, चांद झुनझुनवाला आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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