हर परीक्षा में पुलिस प्रशासन अपनी तरफ से पूरी कोशिश करती है कि परीक्षा केंद्रों में नकल ना की जा सके। सुरक्षा की चाक-चौबंद किये जाते हैं ताकि अभ्यार्थी चीटिंग ना कर सकें, लेकिन जिनको नकल करना होता है वो किसी भी तरह कर ही लेते हैं। ऐसा ही एक मामला आया है राजस्थान के बीकानेर से। जहां रीट परीक्षा के दौरान नकल करवाने वाले एक गिरोह का खुलासा हुआ है। यहां चप्पल से नकल का मामला सामने आया है। मामले में 3 लोग पुलिस के हत्थे चढ़े हैं, जो चप्पल के सहारे नकल करवाने की जुगाड़ में थे।
रीट परीक्षा केंद्र में सिर्फ चप्पल पहनकर ही अंदर जाना है। ऐसे में गिरोह ने अनोखी चप्पल बनायीं। इस चप्पल में एक ब्लूटूथ डिवाइस है। चप्पल को आप परीक्षा केंद्र में अपने रूम तक आराम से ले जा सकते हैं। परीक्षा रूम में जाने के बाद अभ्यार्थी इस ब्लूटूथ डिवाइस को कान में लगा लेता है। यह ब्लूटूथ डिवाइस सेंटर के बाहर बैठे एक व्यक्ति के मोबाइल से जुड़ होता है जो उसे नकल करवाने में मदद करता है। इस डिवाइस की कीमत सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। इस चप्पल की कीमत 6 लाख है। बेची गई 25 चप्पलें
बीकानेर के एसपी प्रीति चंद्र ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह चप्पल पूरे राज्य में लगभग 25 लोगों को ऐसी चप्पल बेची गई है। अब पुलिस यह तलाश कर रही है कि आखिर कौन-कौन से जिले में ये चप्पल पहुंच चुकी है और कौन अभ्यार्थी है जिन्होंने यह चप्पल ख़रीदा है। फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच जारी रखे हुए है। अजमेर जिले में चप्पल में ब्लूटूथ डिवाइस छिपाकर परीक्षा देने वाला एक अभ्यर्थी पकड़ा गया है। इस अभ्यर्थी के पकड़े जाने के बाद सभी अभ्यर्थियों के जूते चप्पल खुलवाए गए।