मुजफ्फरपुर के लोगों के लिए रविवार की सुबह अच्छी साबित नहीं हुई। यहां के बेला इंडस्ट्रियल इलाके के अंशुल नूडल्स फैक्ट्री का बायलर फट गया।
जिसकी वजह से 11 लोगों की मौत हो गई। जबकि आधा दर्जन लोगों का इलाज एसकेएमसीएच में चल रहा है। आइये इन 10 बिंदुओं में समझते हैं नूडल्स फैक्ट्री हादसे को-
1.रविवार की सुबह करीब 10 बजे नूडल्स फैक्ट्री का बायरल फट गया। इसकी वजह से हुआ धमाका इतना जबरदस्त था कि करीब पांच किमी तक धरती हिल गई।
2. पहले अग्निशमन दस्ता पहुंचा और बाद में एसडीआरएफ के कर्मी पर वहां पहुंचे और राहत व बचाव का काम शुरू किया। घटना की भयावहता को देखते हुए एक दर्ज एंबुलेंस को मौके पर बुला लिया गया।
3. फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे कर्मचारियों के स्वजनों को हादसे की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर काफी संख्या में लोग जुट गए और अपनों को खोजने लगे। कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए एसएसपी जयंतकांत खुद मौके पर पहुंचे और बेला के अतिरिक्त आसपास के सभी थानों से पुलिस बल मंगा लिया गया।
4.मलबे को हटाने के क्रम में अब तक आठ लोगों की लाश क्षत-विक्षत हालत में मिली है। राहत व बचाव का काम जारी है। मलबे के अंदर दबे लोगों को एंबुलेंस की मदद से एसकेएमसीएच पहुंचाया जा रहा है।
5. हादसे की भयावहत को देखते हुए डीएम प्रणव कुमार, नगर विधायक विजेंद्र चौधरी व मेयर राकेश कुमार पिंटू भी मौके पर पहुंचे और जरूरी निर्देश दिए।
6. मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि तेज धमाका हुआ और धरती हिलने लगी। हमलोगों को लगा कि भूकंप आया है, लेकिन बाद में पता चला कि बायलर फटने की वजह से यह हुआ है। इसके बाद तो चीख पुकार मच गई और लोगों की भीड़ जमा हो गई।
7. एसकेएमसीएच में इलाजरत फैक्ट्री के एक कर्मचारी ने कहा कि सुबह की शिफ्ट के लोग अभी फैक्ट्री के अंदर दाखिल ही हो रहे थे कि एक तेज धमाका हुआ और जमीन हिलने लगी। हमलोग कुछ समझ पाते इससे पहले मशीन गिर गई। फैक्ट्री की छत नीचे और गई और कई लोग उसमें दब गए।
8. सीएम नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर में हुए इस हादसे पर शोक संवेदना प्रकट की है। उन्होंने इस मामले की जांच के भी आदेश दिए। इसके साथ ही घटना में मृतक के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है।
9.इंडस्ट्रियल एरिया में हुए इस हादसे की सूचना मिलने पर उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन मुजफ्फरपुर के रवाना हो गए हैं। उनके शाम तक पहुंचने की उम्मीद है।
10. स्वजनों के बारे में जानने की इच्छा लिए लोग सुबह से अब तक वहीं खड़े हैं। राहत व बचाव का काम तेजी से चल रहा है।