पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के जनक कहे जाने वाले अब्दुल कादिर खान का निधन हो गया है। वह 85 साल के थे। पाकिस्तान के सरकारी टीवी चैनल पीटीवी ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान को पाकिस्तान में नेशनल हीरो माना जाता रहा है। पाकिस्तान को परमाणु क्षमता से संपन्न पहला मुस्लिम राष्ट्र बनाने को लेकर उनकी देश में सराहना की जाती रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह लंग्स की बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती थे। एक तरफ पाकिस्तान में उन्हें हीरो माना जाता था तो वहीं पश्चिम देश उनकी तकनीक को बेचने को लेकर आलोचना करते थे।
पश्चिम देश यह कहते हुए अब्दुल कादिर खान की आलोचना करते रहे हैं कि उन्होंने परमाणु तकनीक दूसरे देशों को भी चोरी-छिपे बेची है। अब्दुल कादिर खान का जन्म 1936 में मध्य प्रदेश के भोपाल में हुआ था, लेकिन देश के विभाजन के बाद उन्होंने परिवार के साथ पाकिस्तान जाने का फैसला लिया था। बीते महीने अब्दुल कादिर खान ने कहा था कि वह लंबे समय से बीमार हैं, लेकिन इमरान खान या फिर उनकी कैबिनेट के किसी सदस्य ने उनका हालचाल नहीं लिया था। वह काफी दिनों से अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थे।
पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक 26 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था। 2004 में परमाणु तकनीक की तस्करी के मामले में अब्दुल कादिर खान पर भी आरोप लगे थे। यही नहीं अब्दुल कादिर खान ने अपनी गलती भी इस मामले में स्वीकार की थी।
Input: Daily Bihar