थोक महंगाई दर घटी पर तेलों में आग जारी : इधर, सेंसेक्स पहली बार 61 हजार के पार● बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को 569 अंक उछलकर 61 हजार के पार बंद हुआ● एनएसई निफ्टी 176.80 अंक तेजी के साथ रिकॉर्ड 18,338.55 अंक पर बंद ●पेट्रोल के दाम पिछले दो हफ्ते में 13वीं बार बढ़े हैं ●डीजल तीन हफ्ते में 16 बार महंगा हो चुका है
खाद्य वस्तुओं के दाम में नरमी से थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति (महंगाई) सितंबर में घटकर 10.66 प्रतिशत पर आ गई, खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति में लगातार पांचवें माह कमी हुई। हालांकि, इस दौरान खाद्य और कच्चे तेल में तेजी जारी रही। गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में 35 पैसे/लीटर की बढ़ोतरी हुई। जिससे दिल्ली में कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पच गईं।
थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति छठे माह दहाई अंक में रही, हालांकि सितंबर में पिछले छह माह में सबसे कम है। अगस्त में यह 11.39थी, जबकि सितंबर 2020 में 1.32 थी। खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति पांचवें माह घटी है। इस दौरान सब्जियां सस्ती हुईं हालांकि, दलहन में तेज रही। कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के दाम में सितंबर में 43.92 वृद्धि हुई, जो अगस्त में 40.03 थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार ऊंची मुद्रास्फीति दर खनिज तेलों, खाद्य उत्पाद, कच्चे तेल आदि के दाम बढ़ने के कारण है।
Input: Daily Bihar