मध्य प्रदेश के भोपाल के पास गांव में एक अनोखी दौड़ प्रतियोगिता हुई. घर में शौचालय बनने के बाद सासों ने तो खुले में शौच करना छोड़ दिया, लेकिन कई घरों में बहुएं अभी भी खुले में शौच के लिए जाती हैं.
ऐसी बहुओं को समझाने के लिए मंगलवार को भोपाल के पास एक गांव में 18 सासों ने लोटा लेकर दौड़ लगाई ताकि बहुएं और अन्य लोग समझ सकें कि खुले में शौच करने से इज्जत को तो खतरा है ही, बीमारियां भी होती हैं.
दौड़ने वाली महिलाओं में 50 से 60 साल उम्र की बुजुर्ग सास थीं और दर्शक उनकी बहुएं थीं. 50 मीटर दौड़ने के बाद सास ने विनिंग प्वाइंट पर पानी से भरा लोटा फेंका और संदेश दिया कि बहुएं जिंदगी भर खुले में शौच न जाएं और घर पर बने शौचालय में ही शौच करें. सास महिलाओं ने कहा कि हम तो जिंदगी भर शौच के लिए जंगल और खेतों में भागते रहे, बहुएं ऐसा न करें.
मंगलवार शाम हुई इस अनूठी दौड़ प्रतियोगिता में पहले स्थान पर राधा प्रजापति रहीं. दूसरे स्थान पर मंजू और तीसरे स्थान पर अर्पिता प्रजापति रहीं. इन सभी को उनकी बहुओं ने ही फूल माला और मेडल पहनाएं. ज़िला पंचायत अधिकारियों के मुताबिक सास-बहू के बीच की झिझक दूर करने और दोनों में संवाद कायम रखने के लिए इस दौड़ को कराने का आइडिया आया
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Input: Daily Bihar
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