उम्मीदों का पलायन, यह परिवार जम्मू से बिहार लौट रहा है : कश्मीर में पिछले 2 दिन में 4 गैर-कश्मीरियों की हत्या से बाहरी राज्यों से आए लोग दहशत में हैं। सोमवार को बड़ी संख्या में लोग कश्मीर से जम्मू गए। कई लोग जम्मू से भी अपने राज्य चले गए। 5 अक्टूबर से अब तक जिन 5 लोगों को आतंकियों ने मारा है, उनमें 4 बिहार और 1 उत्तर प्रदेश का था। इस महीने में अब तक 12 नागरिकों की हत्या हो चुकी है, जिनमें 7 स्थानीय थे।
आमतौर पर मजदूर सर्दियां शुरू होने पर घर लौटते हैं, लेकिन आतंक के कारण ये लोग पहले ही जा रहे हैं। श्रीनगर से जम्मू तक राेज एक दर्जन टैक्सियां जाती थीं। इन दिनों इनकी संख्या 40 तक हाे गई है। जम्मू जाने वाली बसें खचाखच भरी हुई हैं। साेमवार काे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और जगह-जगह मजदूर समूह बनाकर रवाना होते दिखे। नाैगाम रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूराें काे बनिहाल की ट्रेन पकड़ने के लिए लगी कतार में देखा गया।
मस्जिदों से ऐलान- गैर कश्मीरी घाटी छोड़कर नहीं जाएं
घाटी छोड़ने वालों में केवल बिहार, उत्तर प्रदेश के नहीं, बल्कि राजस्थान, प. बंगाल और मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों के लोग हैं। कश्मीर छोड़कर जा रहे बाहरी राज्यों के लोग
पलायन करने वालों की जुबानी- हमें डर लगता था कि आ रहा शख्स ग्राहक है या आतंकी… पढ़े पेज-11 पर
कश्मीर में जारी विकास परियोजनाओं में 90% कामगार बाहरी राज्याें के हैं। इनमें सबसे ज्यादा यूपी, बिहार और राजस्थान के हैं। कश्मीर में 5 लाख लोग बाहरी राज्यों के हैं। ज्यादातर मजदूर हैं या रेहड़ी-ठेला लगाकर गुजारा करते हैं। आतंकी इन्हें निशाना बना रहे हैं। दूसरी ओर, मुस्लिम समुदाय प्रवासी श्रमिकाें के समर्थन में अागे अाया है। मस्जिदाें से एेलान किया जा रहा है कि कश्मीर छोड़कर नहीं जाएं।
Input: Daily Bihar