यूपी के मिर्जापुर (Mirzapur) में एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल ने क्लास 2 के बच्चे को ऐसी सज़ा दी कि रूह कांप जाए. प्रिंसिपल ने 5 साल के बच्चे का पैर पकड़कर बिल्डिंग की बालकनी से उल्टा लटका दिया. इसका फोटो सोशल मीडिया में वायरल है. इसके बाद डीएम एक्शन में आए. आनन-फानन में जांच का आदेश दिया. प्रिंसिपल के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है.
आजतक के संवाददाता सुरेश सिंह के मुताबिक, मामला मिर्जापुर जिले के अहरौरा में स्थित सद्भावना शिक्षण संस्थान जूनियर हाईस्कूल का है. यहां गुरुवार 28 अक्टूबर की दोपहर दूसरी क्लास में पढ़ने वाले एक बच्चे को दिल दहलाने वाली सज़ा दी गई. असल में सोनू यादव नाम के स्टूडेंट ने गोलगप्पे खाने के दौरान दूसरे बच्चों के साथ शरारत कर दी थी. उसकी इस हरकत का पता जब स्कूल के प्रिंसिपल मनोज विश्वकर्मा को लगा तो उनका पारा चढ़ गया. उन्होंने सोनू को एक पैर से पकड़ा और बिल्डिंग से नीचे लटका दिया. जब यह वाकया हुआ तो आस-पास दूसरे बच्चे भी मौजूद थे.
जब बच्चे को लटकाया गया तो वह तेजी से छटपटाया और रो-रोकर माफी मांगने लगा. उसके बाद प्रिंसिपल ने उसे छोड़ा. इसी बीच घटना का फ़ोटो खींचकर किसी ने सोशल मीडिया पर डाल दिया.
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हुई तो हड़कंप मच गया. इसके बाद जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने मामले का संज्ञान लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल मौके पर जाकर जांच करने का निर्देश दिया. आरोपी प्रधानाचार्य पर मुकदमा दर्ज कराने का भी आदेश दिया. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने मनोज विश्वकर्मा को हिरासत में ले लिया. उनके ऊपर आईपीसी की धारा 352, 506 और जुवेनाइल एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बच्चे के पिता रंजीत यादव ने आजतक को बताया कि बच्चा गोलगप्पे खाने गया था. वहां पर बच्चों के साथ शरारत कर रहा था. इसी पर प्रधानाचार्य ने सजा देने के लिए यह सब कर डाला.
बच्चे को लटकाने का फोटो जैसे ही सोशल मीडिया पर पोस्ट हुआ, इसे लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगीं. लोगों ने इसे अमानवीय और क्रूर करार दिया. 2009 बैच के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने लिखा,
सोशल मीडिया पर बढ़ते दबाव की वजह से अब स्कूल की मान्यता रद्द करने की बात भी चल रही है. लोकल अखबारों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद के हवाले से दावा किया है कि स्कूल की मान्यता रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
Input: Daily Bihar