धनतेरस पर सभी सेक्टरों में कारोबार रफ्तार में रहा। उम्मीद से बेहतर कारोबार रहने से बाजार के चेहरे की चमक और बढ़ गई। पिछले साल की तुलना में प्रमुख आठ सेक्टरों में पटना में 1222 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। यह वर्ष 2020 में 916 करोड़ रुपये था। इस तरह से पटना में 306 करोड़ रुपये का कारोबार अधिक हुआ है। इसी तरह से इन सेक्टरों में बिहार में पिछले साल 2104 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था जबकि इस साल यह आंकड़ा 2745 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। इस तरह से पिछले साल की तुलना में बिहार में भी 641 करोड़ रुपये का अधिक कारोबार हुआ है।
- पिछले साल की तुलना में प्रमुख आठ सेक्टरों में 306 करोड़ रुपये का अधिक हुआ कारोबार
- वर्ष 2020 के धनतेरस की अपेक्षा बिहार में भी 641 करोड़ रुपये का ज्यादा हुआ कारोबार
- बिहार में 1000 करोड़ रुपये के नये आवासीय प्रोजेक्ट की हुई लांचिंग : क्रेडाई
प्रमुख आठ सेक्टरों में इस वर्ष सबसे ज्यादा 500 करोड़ रुपये का कारोबार ज्वैलरी सेक्टर में हुआ है। वजह यह कि धनतेरस के साथ ही लग्न के लिए वैवाहिक आभूषणों की भी खरीदारी हुई है। दूसरे नंबर पर रियल एस्टेट है। करीब 900 फ्लैटों की डिलीवरी पटना में हुई है। इनकी कीमत 350 करोड़ रुपये बताई जा रही है। क्रेडाई के बिहार अध्यक्ष मणिकांत ने कहा कि 1000 करोड़ रुपये के नए आवासीय प्रोजेक्ट भी लांच किए गए हैं। यह महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि पिछले साल 650 करोड़ रुपये के ही प्रोजेक्ट लांच हुए थे। इस तरह से इस बार 350 करोड़ रुपये की बढ़त के साथ आवासीय प्रोजेक्ट की लांचिंग हुई है।
तीसरे नंबर पर इलेक्ट्रानिक्स और होम एप्लायेंस सेक्टर है। इसमें पटना में 120 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। बिहार के स्तर पर टाप थ्री में 1000 करोड़ के कारोबार के साथ ज्वैलरी बाजार पहले नंबर, 450 करोड़ रुपये के साथ बाइक बाजार दूसरे नंबर और 400-400 करोड़ रुपये के कारोबार के साथ रियल एस्टेट और इलेक्ट्रानिक्स सेगमेंट तीसरे नंबर पर है। पिछले साल की तुलना में कार व फर्नीचर बाजार थोड़ा पीछे रह गए हैं।
Input: DTW24 News