Patna : लक्ष्मी के लिये हमलोग क्या-क्या नहीं कर रहे हैं। झाडू खरीदो, घर के कोने-कोने की सफाई करो… और न जाने क्या-क्या? लेकिन लक्ष्मी पर कब्जा तो सरकारी ऑफिसों में गंदे फाइलों के बीच काम करनेवालों ने कर रखा है। जिसे देखो वही करोड़ों में खेल रहा है। बिहार में तो हर अफसर करोड़ों का मालिक बन बैठा है।
बहरहाल आज ऐसा ही एक धनकुबेर बुधवार को फिर निगरानी के हाथ चढ़ा है। पटना और जहानाबाद के पूर्व डीटीओ अजय ठाकुर भी धनकुबेर निकले हैं। निगरानी छापेमारी में अजय ठाकुर के पास से अकूत संपत्ति की जानकारी मिली है। छापेमारी में सर्विलांस टीम को 11 पासबुक, डीटीओ के वेतन खाते में 40 लाख रुपये, पत्नी के खाते में 30 लाख रुपये, जबकि एलआईसी निवेश के 22 कागजात भी जब्त किये गये हैं।
इसके साथ ही नोएडा, रांची और जमशेदपुर समेत अन्य शहरों में दो-दो भूखंड मिले हैं। इन छह भूखंडों के दस्तावेज के अलावा चार लाख रुपये के आभूषण और एक लाख रुपये नकद जब्त किये गये हैं। गौरतलब है कि इससे पहले भी मॉनिटरिंग एंड इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट की टीम सरकार के कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है, जिसमें करोड़ों की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। इस कड़ी में पूर्व डीटीओ अजय ठाकुर का भी नाम जुड़ गया है।
इधर मंगलवार धनतेरस पर बेतिया के अंचल अधिकारी श्यामकांत प्रसाद भी धनकुबेर की कुर्सी पर बैठा निकला। ये धनतेरस के दिन ही काला धन लेते पकड़े गये। विजिलेंस ने ढाई लाख रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं जब उनके घर की तलाशी ली गई तो विजिलेंस टीम भी दंग रह गई।
उसके घर से 10 लाख 50 हजार नकद बरामद किया गया। करीब 45 लाख के 938 ग्राम सोने के आभूषण और 3 किलो 200 ग्राम चांदी के आभूषण बरामद किये गये हैं। ट्रैपिंग के दौरान विजिलेंस को इस बात का अंदाजा भी नहीं होगा कि जोनल इंस्पेक्टर ने काफी संपत्ति बना ली है और उसके दस्तावेज उसके घर में ही मिल जायेंगे।
विजिलेंस ने जब उसके घर की तलाशी शुरू की तो उसके पास से सात भूमि डीड, 6 पासबुक, 1 बैंक लॉकर और एलआईसी में निवेश के 16 दस्तावेज भी बरामद हुये। बेतिया नगर थाना क्षेत्र के कमलनाथ नगर में अंचल निरीक्षक ने तीन मंजिला मकान भी बनाया है। विजिलेंस ब्यूरो की टीम जोनल इंस्पेक्टर से पूछताछ कर संपत्ति से जुड़ी और जानकारियां जुटाने में लगी हुई है। वे अपने ही घर में घूस ले रहे थे, हाफ पैंट पहनकर पूरे फुर्सत से।
Input: Daily Bihar