बिहार के समस्तीपुर जिले में हसनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार सुबह एक झाड़ी के पास नवजात बच्चा एक महिला को मिला. बच्चे के मिलने की खबर सुनकर पूरे इलाके में अलग-अलग तरह की चर्चा होने लगी. नवजात को फेंकने वाली मां की ममता तो नहीं जगी लेकिन गांव की कई महिलाएं बच्चे को अपनाने के लिए आगे आईं.
गांव में जिन महिलाओं के बच्चे नहीं थे, उन्होंने बच्चे को गोद लेने की उत्सुकता भी जाहिर की. नवजात को गोद लेने के लिए बोली लगने तक की बात सामने आने लगी. दरअसल हसनपुर प्रखंड के देवधा पंचायत के वार्ड नम्बर 3 में सुबह 5 बजे एक महिला जब शौच के लिए निकली तो उसे झाड़ी के पास एक नवजात शिशु दिखाई दिया.
जैसे ही ये खबर ग्रामीणों को हुई, पूरे इलाके में बात फैल गई. देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग जुट गए. एक ग्रामीण के मुताबिक नवजात बच्चे को गोद लेने के लिए कुछ महिलाओं ने पांच हजार से बोली लगानी शुरू की तो बोली एक लाख तक पहुंच गई. हालांकि गांव के सरपंच ने नवजात बच्चे को पहले देखने वाली महिला को बच्चे को सौंपने का निर्णय लिया. महिला के बच्चे नहीं हैं.
इसी बीच किसी ने नवजात बच्चे के मिलने की सूचना चाइल्डलाइन वाले को दे दी. चाइल्डलाइन से नवजात बच्चे को लेने पहुंची महिलाकर्मी को भीड़ के आक्रोश का सामना करना पड़ गया. महिला बच्चे को देने के लिए तैयार नहीं थी.
बाद में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के हस्तक्षेप से चाइल्डलाइन की महिलाकर्मी ने कागजी कार्रयवाही पूरी की, फिर बच्चे को देने का इकरारनामा तैयार कर महिला को बच्चे को सौंप दिया गया. इलाके के लोग तरह-तरह की बातें इस पूरे घटनाक्रम पर कर रहे हैं.
Input: Daily Bihar