मुंगर रेल सह सड़क पुल लगभग बनकर तैयार हो गया है. अगले माह इस पुल पर गाड़ियां चलने लगेंगी. लगभग 18 साल के लंबे इंतजार के बाद इस पुल का सपना साकार हो रहा है. मुंगेर घाट पर 14.51 किलोमीटर लंबे 2 लेन रेल सह सड़क पुल का निर्माण कार्य भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण कर रहा है. वर्षों से अटके रहने के कारण इसकी लागत करीब तीन गुना बढ़ चुकी है. पहले लागत करीब 921 करोड़ रुपये थी, जो बढ़कर करीब 2774 करोड़ रुपये हो गयी है.
इस महासेतु के निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरांत उत्तर बिहार एवं दक्षिण बिहार को जोड़ने के लिए नया सेतु उपलब्ध होगा, जिससे इस क्षेत्र में विकास की नयी धारा बहेगी. मोकामा में राजेन्द्र सेतु और पटना में जेपी सेतु के बाद राज्य में गंगा नदी पर यह तीसरा रेल सह सड़क पुल होगा.
मिली जानकारी के अनुसार इस पुल का लोकार्पण 25 दिसंबर, 2021 को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर किया जाएगा और इस पर आवागमन शुरू हो जाएगा.
इस गंगा रेल सह सड़क परियोजना के बन जाने से बेगूसराय और खगड़िया की दूरी मुंगेर से काफी कम रह जाएगी. मुंगेर से खगड़िया और बेगूसराय का सफर कुछ मिनटों में तय हो सकेगा. इससे मुंगेर के विकास में चार चांद लग जाएगा.
मुंगेर डीएम ने बताया कि राज्य सरकार की पहल से अब इस योजना को बड़ी तेज गति से अंजाम तक पहुंचा रहा है और 25 दिसंबर 2021 को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर इसका लोकार्पण किया जाएगा और इस पर आवागमन शुरू हो जाएगा.
बता दें कि मुंगेर गंगा रेल सह सड़क पुल से चार साल पहले रेल परिचालन तो शुरू हो गया है, लेकिन 18 साल होने को है, बावजूद सड़क पुल को अब तक शुरू नहीं करवाया गया. हालांकि अब इसके पूरा होने की सूचना है.
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