बिहार में बिजली को लेकर आत्मनिर्भरता और बढ़ गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि एनटीपीसी की बाढ़ (NTPC Badh) थर्मल पावर यूनिट से बिहार को 401 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलने लगी है। बाढ़ एनटीपीसी की 660 मेगावाट वाली तीसरी यूनिट गुरुवार देर रात से शुरू हो गई। इस यूनिट से बिहार को 60 फीसदी से ज्यादा बिजली मिलेगी। बाकी बिजली झारखंड, ओडिशा और सिक्किम समेत अन्य राज्यों को मिलेगा।
एनटीपीसी बाढ़ की पहले से ही दो उत्पादन इकाइयों से बिहार को 1200 मेगावाट से भी अधिक बिजली मिल रही है। बाढ़ एनटीपीसी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 660 मेगावाट क्षमता वाली नई यूनिट के शुरू होने से यहां उत्पादन क्षमता करीब 1900 मेगावाट हो गई है। यही नहीं यहां चौथी और 5वीं यूनिट के निर्माण को लेकर भी काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक, कोरोना काल में कई चुनौतियां सामने आई, जिसकी वजह से तीसरी यूनिट शुरू होने में थोड़ा वक्त लगा। अब गुरुवार आधी रात से 660 मेगावाट की तीसरी इकाई से बिजली की वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो गया। NTPC बाढ़ में 660 मेगावाट की दो और यूनिट का निर्णाण कार्य चल रहा है। करीब एक साल में इन दोनों यूनिटों से बिजली उत्पादन शुरू होने की संभावना है। इसका सीधा फायदा बिहार के साथ उन राज्यों को मिलेगा जहां बिजली आवंटित होती है।
औरंगाबाद स्थित राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) लि. और भारतीय रेल के संयुक्त उपक्रम भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड (बीआरबीसीएल) भी सूबे को चौथी यूनिट का तोहफा देने जा रही है। यहां ट्रायल रन सफल रहने के बाद 264.2 मेगावाट बिजली वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो जाएगा। तीन यूनिटों से पहले से ही हो रहा 750 मेगावाट बिजली उत्पादन।
Input: Daily Bihar