बिजली चोरों के खिलाफ कंपनी विशेष जांच अभियान चलाएगी। आगामी 15 नवम्बर से डेढ़ महीने तक जांच अभियान चलाया जाएगा। जांच के दौरान अगर गड़बड़ी पाई जाएगी तो न केवल जुर्माना होगा बल्कि बिजली भी काट दी जाएगी। जांच अभियान में पुलिस की भी सहायता ली जाएगी। सीएमडी संजीव हंस ने इस बाबत पहले ही बिहार पुलिस को चिट्ठी लिखी थी।
अब साउथ बिहार के एमडी संजीवन सिन्हा ने बिजली इंजीनियरों को आवश्यक निर्देश दिया है। पत्र में कहा गया है कि जांच के दौरान उपभोक्ताओं के परिसर में लगे सर्विस वायर, मीटर, बिलिंग व इसके बिल के ससमय भुगतान की सघन जांच की जाए। संबंधित विद्युत कार्यपालक अभियंता पदाधिकारी एवं कर्मियों को प्रतिदिन क्षेत्र आवंटन करेंगे। जांच में मीटर की सील टूटी हुई, टेंपरिंग या बाइपास पाए जाने पर तत्काल एफआइआर दर्ज कराया जाएगा।
बकाएदार उपभोक्ता का मौके पर ही बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा। परिसर में लगा सर्विस वायर अगर मीटर की तरफ से क्षतिग्रस्त होगा तो उसे खोल कर उस तरफ का संयोजन पोल के वायर से किया जाएगा ताकि बिजली चोरी न हो। इस जांच के दौरान खराब मीटर को भी बदला जाएगा।
निरीक्षण टीम के पास मनी रसीद व इ-वॉलेट की व्यवस्था भी रहेगी ताकि कोई बकाएदार उपभोक्ता मौके पर ही भुगतान कर सकें। विशेषकर उन प्रमंडलों में जहां सहायक अभियंता (एसटीएफ) पोस्टेड नहीं हैं, वहां के परियोजना पदाधिकारी जांच का काम करेंगे। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी उपभोक्ता जांच से वंचित न रहे और इसमें किसी प्रकार का भेदभाव न हो। जांच अभियान की दैनिक रिपोर्ट एसटीएफ एप पर अपलोड की जाएगी ताकि मुख्यालय स्तर पर साप्ताहिक प्रगति का मूल्यांकन किया जा सके।
Input: DTW24News