पंचायत चुनाव के दौरान जिले के डीएम सहित पुलिसकर्मियों पर पथराव करने को लेकर JDU के पूर्व विधायक शिवजी राय और उनके बेटे व मेहसी के निवर्तमान प्रखंड प्रमुख विपुल यादव बुरी तरह से घिर गए हैं। मामले में जिला पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोप है कि पूर्व विधायक ने हमले के लिए भीड़ को उकसाया और उनकी गिरफ्तारी की तैयारी शुरू कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि नोनिमल पंचायत के नोनिमल गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर तीन बूथ 177, 178 और 179 बनाया गया था. डीएम शीर्षत कपिल अशोक को नोनिमल प्राथमिक विद्यालय पर बोगस वोटिंग की सूचना मिली थी. जिसके बाद डीएम व पदाधिकारियो के टीम के साथ बूथ संख्या 177 पर पहुंचे और तीन लोगो को ईवीएम का फोटो खिंचते हिरासत में ले लिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। लोगों के हंगामा करने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने हल्का बल प्रयोग कर दिया.पुलिस के लाठी चार्ज करने के बाद गांव के लोग इकट्ठा हो गए और डीएम समेत सभी सुरक्षाकर्मियों को लाठी-फट्ठा के साथ घेर लिया. लोगों की भीड़ ने डीएम समेत सभी सुरक्षाकर्मियों पर पथराव कर हमला कर दिया.
इस हमले में डीएम श्रीसत कपिल अशोक समेत सात लोग घायल हुए हैं, जिनमें पकड़ीदयाल के एसडीओ रविन्द्र कुमार,डीएसपी सुनील कुमार सिंह ओर सब इंसपेक्टर अनुज कुमार सिंह सहित डीएम के बॉडीगार्ड शामिल हैं। मामले में आरोप है कि JDU के पूर्व विधायक शिवजी राय के उकसावे पर यह हमला किया गया था। जिसकी पुष्टि जिले के एसपी ने भी की है।
वहीं इस हंगामे में खुद चोटिल हुए JDU के पूर्व विधायक ने सारे आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा है कि पूरे घटनाक्रम में न तो उनकी कोई संलिप्तता है और न ही उनके समर्थकों ने पथराव किया है। यह गलत आरोप है। लाठीचार्ज के समय वे बूथ के बाहर थे। उन्हें भी गंभीर चोट आई है।
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