बिहार में शराब के लिए जमादार-चौकीदार और थानेदार जिम्मेदार : बिहार में शराब की होम डिलीवरी करने वालों पर खास नजर, लापरवाह थानेदार होंगे निलंबित, जानें नए निर्देश, जानिए सीएम नीतीश की समीक्षा बैठक की 10 बड़ी बातें
बिहार में लागू शराबबंदी कानून (Liquor Ban In Bihar) को लेकर मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद में बड़ी समीक्षा बैठक की गयी. करीब 7 घंटे तक चली इस बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को शराब बिक्री में संलिप्त सभी लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं. बैठक के बाद अपर मुख्य सचिव गृह चैतन्य प्रसाद सीएम ने बताया कि सीएम ने लापरवाह थानाप्रभारी को चिन्हित कर उन्हें निलंबित करने के लिए का आदेश दिया है. जिस थानाक्षेत्र में अब तक कार्रवाई नहीं हुई वैसे थानेदारों को चिन्हित करना और उनके खिलाफ कार्रवाई करनी है. साथ ही सीएम नीतीश ने शराब की होम डिलीवरी करने वालों को भी चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं.
जानिए सीएम नीतीश की समीक्षा बैठक की 10 बड़ी बातें
खुफिया तंत्र को और मजबूत किया जाएगा. खुफिया व्यवस्था और चुस्त दुरुस्त किया जाएगा. सरकार के कॉल सेंटर पर आनेवाले फोन कॉल्स पर त्वरित कार्रवाई होगी.जिलों के प्रभारी मंत्रियों को शराबबंदी की समीक्षा का अधिकार दिया गया है.बिहार में होम डिलीवरी करने वालों के खिलाफ चलाया जाएगा विशेष अभियानसेंट्रल टीम अगर जिले में जाती है और शराब रिकवर होता है तो थानाध्यक्ष निलंबित होंगे.शराबबन्दी पर थानाध्यक्ष की शिकायत आने पर 10 साल तक थानेदारी से वंचित.डायरेक्ट इंवॉलमेंट पर सेवा से बर्खास्त होंगे थानेदार.चौकीदार की जिम्मेवारी होगी कि गांव में हर गलत काम पर देंगे सूचना.पटना जिला में विशेष कर होम डिलीवरी के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. जो भी कानून पूर्व से चल रहे है उनका और शक्ति से साथ पालन करवाया जाएगा.
चौकीदार, दफादार के साथ-साथ अधिकारियों पर होगी सख्त कार्रवाई
चौकीदार को गांव में हो रही अवैध गतिविधियों की जानकारी देनी है. अगर चौकीदार सूचना नहीं देता है, तो उस पर भी कार्रवाई होगी. दफ़ादारो को लेकर भी यही फैसला लिया गया है. इससे संबंधित फैसला पहले भी लिया गया था, उसे ठीक में लागू करना है. अगर कोई सरकारी अधिकारी शराब के अवैध धंधे में संलिप्त पाया जाता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी.
काफी महत्वपूर्ण थी आज की बैठक
इस बैठक को इस लिहाज से बड़ा माना जा रहा था क्यों बिहार में पिछले 15 दिनों जहरीली शराब से हो रही मौतों को लेकर सीएम नीतीश कुमार खुद काफी सख्त नजर आ रहे थे. उन्होंने अधिकारियों को साफ-साफ निर्देश दिया था कि वह शराबबंदी कानून का माखौल उड़ाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें. बीते हफ्ते सीएम के निर्देश का बड़ा असर भी देखने को मिला और बिहार में अलग-अलग शहरों से शराब की बड़ी खेप बरामद की गयी. इसी के मद्देनजर आज की बैठक को भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था.
जहां हो रही है शराबबंदी की समीक्षा, वहीं बगल में बिखरी पड़ी हैं दारू की बोतलें, चखने का भी था इंतजाम : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी कानून को लेकर आज समीक्षा बैठक कर रहे हैं. बैठक स्थल सचिवालय संवाद से मात्र कुछ कदम की दूरी पर कचरे में शराब की बोतले पायी गयी हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Ban in Bihar) को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं. यह समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में हो रही है. संवाद के बगल में ही जो कचरा प्वाइंट है, वहां पर शराब की बोतलें बिखरी पड़ी हैं. वहीं पर चने भी बिखरे पड़े रहे हैं. उसके निकट ही एक होर्डिंग लगा है जिस पर शराब नहीं पीने को लेकर स्लोगन लिखा हुआ है. बिहार में 2016 से ही पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है.
होम डिलीवरी जैसे कई बार मामले भी सामने आए है. विपक्ष लगातार शराबबंदी कानून को लेकर सरकार पर हमला भी करता रहा है. हाल ही में जहरीली शराब के सेवन से 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. अब मुख्यमंत्री इन शिकायतों और घटनाओं के बाद शराबबंदी कानून की समीक्षा करने के लिए आज बैठक करेंगे.देखें वीडियोउससे पहले इस प्रकार से शराब की बोलत मिलने से किरकिरी हो रही है. जहां समीक्षा बैठक होना है,
उसके बगल में ही कुछ कदम की दूरी ही शराब की बोतलें बिखरी पड़ी हैं. यह शराबबंदी कानून की पोल खोलने के लिए काफी है.जिस तरह के हालात बिहार में दिख रहे हैं, इससे कहा जा सकता है कि शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल है. अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शराबबंदी कानून को लेकर क्या निर्णय लेते हैं. फिलहाल इसको लेकर समीक्षा बैठक कुछ देर में शुरू होने वाली है.
Input: Daily Bihar