भारतीय सेना के जिन नायकों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया, उसमें एक नाम मेजर विभूति ढौंडियाल का भी है. मेजर विभूति को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है. शहीद की पत्नी लेफ्टिनेंट नितिका कौल और उनकी मां सरोज ने राष्ट्रपति के हाथों यह अलंकरण प्राप्त किया.
आतंकियों को मौत के घाट उतारने वाले शहीद को शौर्य चक्र
मेजर विभूति फरवरी 2019 में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के साथ हुई एक मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन के दौरान उन्होंने पांच आतंकियों को मार गिराया गया था. उनकी बहादुरी के कारण 200 किलो विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई थी. मेजर विभूति के शहीद होने के बाद उनकी पत्नी बाद में लेफ्टिनेंट निकिता कौल ढौंडियाली के रूप में भारतीय सेना में शामिल हो गईं थीं.
मेजर विभूति के अलावा आतंकवादियों को मारने के लिए शहीद नायब सूबेदार सोमबीर को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र दिया गया. वहीं कोर ऑफ इंजीनियर्स के सैपर प्रकाश जाधव को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया, जोकि देश का दूसरा सबसे बड़ा शांतिकालीन वीरता पुरस्कार है.
किसे-किसे मिला परम विशिष्ट सेवा पदक अवार्ड?
जाधव ने जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों को खदेड़ा था. इसी क्रम में पूर्व पूर्वी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त), दक्षिणी नौसेना कमांडर वाइस एडमिरल अनिल चावला और इंजीनियर इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह को परम विशिष्ट सेवा पदक से नवाजा गया है.
input:indiatimes