नीति आयोग की रिपोर्ट : बिहार के 38 में से 22 जिलों में आधे से अधिक लोग गरीब, पटना सबसे अमीर : नीति आयोग की ओर से जारी नेशनल मल्टी डायमेंशनल पोवर्टी इंडेक्स के अनुसार, बिहार के 38 में से 22 जिलों में 50 प्रतिशत से अधिक की आबादी गरीब है। सबसे अधिक 64.75 प्रतिशत जनसंख्या किशनगंज में गरीब है। जबकि, अररिया में 64.65 प्रतिशत जनसंख्या मल्टीडायमेंशनल पुअर की श्रेणी में है।
बिहार के जिलों में पटना सबसे अमीर है। यहां की 29.20 प्रतिशत जनसंख्या ही गरीब है। हालांकि, बिहार में ओवरऑल 51.9 प्रतिशत लोग गरीब हैं। बिहार के ग्रामीण इलाकों में गरीबी ज्यादा है। ग्रामीण इलाकों का मल्टीडायमेंशनल पोवर्टी इंडेक्स 0.286 है जबकि शहरी इलाकों का 0.117 है। जिलावार एमपीआई स्कोर सबसे अधिक अररिया का है, यहां का स्कोर 0.356 है। सबसे कम 0.232 स्कोर वैशाली का है।
पटना के आसपास कोई जिला नहीं, 2011 की जनसंख्या के आधार पर बनी रिपोर्ट
इस इंडेक्स में पटना के आसपास कोई भी जिला नहीं है। पटना के बाद भोजपुर का स्थान है जहां के 40.50 प्रतिशत लोग गरीब हैं। सीवान, रोहतास, मुंगेर इत्यादि जिलों में 40.50 से लेकर 40.99 प्रतिशत तक लोग गरीब हैं। यानी यहां की अधिकांश जनता गरीब की कैटेगरी में नहीं आती है। नीति आयोग की यह रिपोर्ट 2011 की जनसंख्या के आधार पर तैयार की गई है।
Input: Daily Bihar