नवादा जिले के रजौली के उपरटंडा के एक प्रेमी युगल ने थाना परिसर में स्थित मंदिर में शादी रचा ली। हालांकि शादी के लिए दोनों के परिजन राजी नहीं थे। थानाध्यक्ष ने परिजनों को समझाया भी, लेकिन वे नहीं माने। इसपर प्रेमी युगल ने मंदिर में ही शादी रचा ली।
जानकारी के अनुसार, रजौली के उपरटंडा निवासी विश्वास कुमार का घर के पास की एक लड़की के साथ सात वर्षों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनों अक्सर फोन पर बातें करते थे। दो वर्ष पहले दोनों घर से भागकर शादी करना चाह रहे थे। जब इसकी भनक दोनों के परिवार वालों को मिली तो वे भड़क गए और रिश्ते के खिलाफ हो गए।
एक दिन अचानक दोनों युवक-यवती रजौली से भाग निकले और नवादा कोर्ट में वकीलों के समक्ष शादी को कानूनी तौर पर मान्यता देने के लिए 12 सितंबर 2021 को एग्रीमेंट पेपर भरा। इसके 40 दिन बाद अनुमंडल कोर्ट रजौली में स्वीकृति मिली। अनुमंडल कोर्ट से स्वीकृति मिलने के बाद गुरुवार को रजौली आदर्श थाना में पहुंच कर अपने चिर-परिचित दोस्तों व सहयोगियों के साथ प्रेम प्रसंग को शादी में बदल दिया।
इस बीच दोनों के परिजन भी थाना पहुंच गए। वहां परिजनों के बीच काफी विवाद होने लगा। थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी ने दोनों प्रेमी युगल को समझा-बुझाकर और परिवार की मर्जी के बगैर एक-दूसरे से शादी नहीं करने की बात कहकर मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने।
थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों प्रेमी-प्रेमिका बालिग थे। कोर्ट में शादी कर चुके थे। नियम अनुकूल तो वे लोग पहले से पति-पत्नी थे, लेकिन परिजनों में विवाद होने के बाद जब लोग थाना पहुंचे तो दोनों परिवारों के बीच समझौता कराने की कोशिश की गई, लेकिन वे लोग नहीं माने। इसके बाद अचानक मंदिर परिसर में प्रवेश कर लड़की की मांग में युवक ने सिंदूर भरकर शादी कर ली।
Input: DTW24