जिंदगी: कभी घर छोड़ा तो कभी पत्नी-बेटी के लिए गिरवी रखे खेत, सुने नहीं होंगे भोजपुरी स्टार रवि किशन के ये किस्से

मनोरंजन जगत में ऐसे कई कलाकार मौजूद हैं जो आज कामयाबी के शिखर पर पहुंच चुके हैं। सफलता के इस मुकाम पर पहुंचे इन कलाकारों के पास शोहरत की कोई कमी नहीं। आज सभी इन सितारों को इनके नाम और काम से जानते हैं। लेकिन बहुत कम ही लोग ऐसे हैं, जो जानते हैं कि इस मुकाम को हासिल करना उतना आसान नहीं था जितना सब दिखता है। इस सफलता को हासिल करने के लिए सालों की मेहतन, हिम्मत और लगन की जरूरत होती है। कई बार असफल होने के बाद भी लगातार कोशिश सफलता का मूल मंत्र है।  ऐसे ही एक सफल और बड़े कलाकारों में से एक हैं रवि किशन, जिन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कई कठिनाइयों का सामना किया। रवि किशन आज जिस मुकाम पर हैं उसे देख यह अंदाजा लगाना बेदह मुश्किल होगा कि इस कलाकार ने जीवन में कई परेशानियों का सामना किया है। तो आइए जानते हैं रवि किशन के जीवन से जुड़े कुछ अनसुने किस्से……

मनोरंजन जगत का जाना-माना नाम है रवि किशन रवि किशन आज किसी परिचय के मोहताज नहीं। वह ना सिर्फ भोजपुरी बल्कि हिंदी सिनेमा के भी जाने-माने कलाकार हैं। यही नहीं उनका राजनीति करियर भी काफी सफल रहा। वह अब बीजेपी से सांसद भी बन चुके हैं। इतनी सफल और आरामदायक जिंदगी से पहले एक दौर ऐसा भी था जब रवि को कोई जानता था और न ही उनके पास इतने पैसे थे कि परिवार को आरामदायक जिंदगी मिल सके।

पिता ने बढ़ाया अभिनेता का हौसला अपने करियर के शुरुआती दौर में रवि किशन रोज सुबह से शाम स्ट्रगल करते थे। दिनभर की मेहनत से हुई थकान के बाद रवि घर वापस आते समय हार चुके होते थे। हालांकि,इस दौरान रवि के पिता ने उनका सहारा बन उन्हें आगे बढ़ने की हिम्मत दी।

खेत गिरवी रख बेटी को लाए घर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब रवि किशन की बेटी का जन्म हुआ तब अभिनेता के पास उस समय इतने पैसे भी नहीं थे कि वे अपनी  पत्नी और बेटी को डिस्चार्ज कर अस्पताल से घर ला सकें। ऐसे में उन्होंने अपने खेत गिरवी रख दिए। इसके बाद ब्याज पर कर्ज लेकर वे अपनी बेटी को घर लेकर आए।

बचपन में सीता बनने पर होती थी खूब पिटाई रवि किशन ने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था कि वह बचपन में रामलीला में सीता बनते थे। हालांकि, उनके घर वालों को यह बात बिल्कुल भी पसंद नहीं थी। इसलिए उनकी खूब पिटाई की जाती थी। लेकिन, रवि किशन को एक्टिंग इतनी पसंद थी कि उन्होंने बचपन में ही घर छोड़ने का फैसला कर लिया। साल 2003 में आई उनकी पहली भोजपुरी फिल्म की सफलता के बाद से रवि किशन ने कभी पीछे नहीं देखा।

 

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