बिहार में 10 दिसंबर से कनकनी बढ़ेगी। हालांकि, पारे में गिरावट सात दिसंबर से ही शुरू हो जाएगी। अगले दो-तीन दिनों में पुरवा हवा का प्रभाव कमजोर होगा और उत्तर-पश्चिमी दिशा से आने वाली बर्फीली हवाओं का प्रभाव बनेगा।
मौसमविदों का कहना है कि अगले तीन-चार दिनों में चार से पांच डिग्री सेल्सियस तापमान में गिरावट आने से ठंड ज्यादा महसूस होगी। इसके प्रभाव से सूबे के न्यूनतम और अधिकतम तापमान में तेजी से गिरावट के आसार हैं। मौसमविदों का कहना है कि जवाद चक्रवाती तूफान का असर अब कमजोर हो गया है। सूबे में मौसम की स्थिति को लेकर पिछले 24 घंटों में यह बेहद निष्प्रभावी हो गया है। सूबे में इसके प्रभाव से आंशिक बादल छाये रहे। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार किसी भी जिले में बूंदाबांदी की कोई सूचना नहीं हैं
हालांकि, अगले 24 घंटों में मौसम विभाग ने दक्षिण पूर्व भाग में आंशिक बूंदाबांदी के आसार जताए हैं। पूर्वा हवाओं का प्रभाव रहने से न्यूनतम पारा अब भी सामान्य से तीन से चार डिग्री ऊपर हुआ है। सूबे में सबसे ठंडा औरंगाबाद रहा, जहां न्यूनतम पारा 12.7 डिग्री सेल्सियस रहा। पटना में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस, गया में 14.7 डिग्री सेल्सियस, भागलपुर में 17.5 डिग्री सेल्सियस और पूर्णिया में 16.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
धुंध और कोहरे के कारण रविवार को 11 विमान देर से आये और गये। लगभग चार घंटे तक देर से विमान लैंड और टेकऑफ हुए। सबसे अधिक देरी से स्पाइस जेट की पुणे वाली फ्लाइट लगभग साढ़े तीन घंटे देरी से आई। यह इतनी ही देरी से पटना से रवाना भी हुई। दोपहर में गो एयर की बेंगलुरू वाली दोनों फ्लाइटें दो घंटे से अधिक देर से आयी और गईं। पहली लैंडिंग सुबह 8.30 बजे हुई जब गुवाहाटी से आने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट एसजी 3723 निर्धारित समय से 25 मिनट की देरी से आई। देर से लैंड होने वाले अन्य सात विमान एक घंटे से कम देरी से आये और गये।
Input: DTW24