तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार (08 दिसंबर) को सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. इस चॉपर में CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत कुल 14 लोग सवार थे. हादसे में रावत की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है. हेलिकॉप्टर क्रैश की वजह जानने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं. यह पहली बार नहीं है, जब कोई बड़ी हस्ती विमान हादसे का शिकार हुई हो. इससे पहले भी कई बड़े राजनेता विमान दुर्घटनाओं का शिकार हो चुके हैं. आइये, पहले बताते हैं इससे पहले विमान हादसों में किन बड़े राजनेताओं ने अपनी जान गंवाईं.
वाईएस राजशेखर रेड्डी
आंध्र प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे वाईएस राजशेखर रेड्डी की मौत 2009 में रुद्रकोंडा हिल में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी. रेड्डी कांग्रेस के सबसे मशहूर चेहरों में से एक थे और उन्होंने 2009 में पार्टी को सत्ता में वापस आने में मदद की थी.
माधवराव सिंधिया
सितंबर 2001 में वरिष्ठ कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की विमान हादसे में मौत हो गई थी. सिंधिया और और छह अन्य लोग लोगों को लेकर जा रहा एक प्राइवेट प्लेन यूपी के मैनपुरी जिले के बाहरी इलाके में क्रैश हो गया था.
जी एम सी बालयोगी
लोकसभा अध्यक्ष रहे जीएमसी बालयोगी की 03 मार्च 2002 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के कैकलूर में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. बालयोगी 1998 में लोकसभा के स्पीकर चुने गए. वह 1999 में फिर से 13वीं लोकसभा के अध्यक्ष बने थे. वह लोकसभा के पहले दलित स्पीकर भी थे.
मोहन कुमारमंगलम
कांग्रेस के नेता मोहन कुमारमंगलम की 1973 में नई दिल्ली के पास इंडियन एयरलाइंस के विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई. मोहन पहले कम्यूनिस्ट पार्टी से ताल्लुक रखते थे मगर बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए.
ओम प्रकाश जिंदल
हरियाणा के तत्कालीन बिजली मंत्री और एक मशहूर कारोबारी ओपी जिंदल की मौत 31 मार्च, 2005 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के पास हेलिकॉप्टर दुर्घटना में हुई. जिंदल 1996 से 1997 तक खाद्य, नागरिक आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण समिति के सदस्य भी रहे.
डेरा नाटुंग
अरुणाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री नाटुंग, मई 2001 में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए थे. उन्होंने राज्य में EMRS (एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय) मॉडल शुरू करने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
सुरेंद्र नाथ
पंजाब के राज्यपाल सुरेंद्र नाथ और उनके परिवार के 9 सदस्यों की विमान दुर्घटना में मौत हुई थी. सरकार का विमान 09 जुलाई, 1994 को हिमाचल प्रदेश में खराब मौसम में ऊंचे पहाड़ों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सुरेंद्र नाथ उस समय हिमाचल के कार्यवाहक राज्यपाल भी थे.
संजय गांधी
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी की जून 1980 में दिल्ली में एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी.
हस्तियां जिन्होंने हादसों को हराया
-पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का विशेष विमान नवंबर 1977 में असम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. उनके साथ अरुणाचल प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री पी के थुंगन भी थे, जो इस हादसे में बच गए.
– कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, केंद्रीय मंत्री पृथ्वीराज चौहान और कुमारी शैलजा 2004 में हुए विमान हादसे में बाल-बाल बचे थे. दक्षिण गुजरात के खानवेल में एक हेलिपैड पर उतरते समय उनके हेलिकॉप्टर का पिछला हिस्सा टूट गया था.
– पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और मंत्री प्रताप सिंह बाजवा सितंबर 2006 में विमान दुर्घटना में बच गए थे. गुरदासपुर में उड़ान भरने के तुरंत बाद बिजली के तारों से टकरा जाने पर उनका हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
– पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल 30 अगस्त 2009 को फिरोजपुर में अपने चार्टर्ड हेलिकॉप्टर की आपात लैंडिंग के बाद बाल-बाल बच गए.
– भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी 2010 में उत्तर प्रदेश के रामपुर की यात्रा के दौरान हुए प्लेन हादसे में बच गए. उनका चॉपर सूखी घास के ढेर के करीब उतरा जिसमें आग लग गई. पायलट ने तुरंत दोबारा उड़ान भरी और सुरक्षित स्थान पर लैंड किया.
Input: Aaj Tak