बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायु सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की वजह से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई. एक तरफ जहां ये दुर्घटना पूरे देश के लिए एक अपूर्ण क्षति है, वहीं केरल के लोगों के लिए ये दुख पहाड़ जैसा है. केरल के लोगों ने इस दुर्घटना में अपना वो वीर खो दिया जिसने 2018 में केरल में आई बाढ़ से कई लोगों को बचाया था.
2018 में की थी बाढ़ पीड़ितों की मदद
हम यहां बात कर रहे हैं जूनियर वारेंट ऑफिसर स्वर्गीय प्रदीप अरक्कल की. त्रिशूर जिले के पोन्नुक्कारा के मूल निवासी प्रदीप इस दुर्घटना में मारे गए लोगों में से एक थे. इस 37 वर्षीय ऑफिसर ने 2018 में केरल में आई विनाशकारी बाढ़ में आईएएफ के तहत चलाए गए राहत और बचाव मिशन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था.
उन विनाशकारी दिनों में IAF हेलिकॉप्टर से भोजन सामग्री गिराने के दौरान प्रदीप की कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हुई थे. उनके द्वारा की गई मदद आज भी कई लोगों की यादों में ताजा है. केरल सरकार ने भी उन्हें राहत व बचाव मिशन का हिस्सा बनने के लिए सम्मानित किया था.
नहीं दी गई पिता को बेटे के निधन की खबर
प्रदीप हाल ही में छुट्टी पर आए थे. इस दौरान वह अपने पिता राधाकृष्णन और अपने परिवार के साथ दो सप्ताह तक रहे थे. उन्हें फिर से ड्यूटी ज्वाइन किए हुए एक सप्ताह से भी कम समय हुआ था. प्रदीप के पिता क्रोनिक पल्मोनरी नामक बीमारी से जूझ रहे हैं. इसी बीमारी के कारण उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है. प्रदीप के परिवार को बुधवार को ये दुखद सूचना मिली लेकिन अभी तक हॉस्पिटल में भर्ती प्रदीप के पिता को उनके निधन के बारे में जानकारी नहीं दी गई है.
पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए अकेला
प्रदीप की मां के अनुसार मंगलवार को प्रदीप ने उन्हें फोन पर ये सूचना दी थी कि उन्हें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के साथ जाने का मौका मिला है. वह ये बात बताते हुए बेहद खुश थे. प्रदीप बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर में सवार दो फ्लाइट गनर्स में से एक थे.
उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं. प्रदीप जब घर आए थे तब उन्होंने अपने बेटे का जन्मदिन मनाया था. तब उन्हें भी कहां पता था कि वह इसके बाद फिर कभी भी अपने बच्चों का जन्मदिन नहीं मना पाएंगे.
Input: Indiatimes