बिहार में 16 हजार लोगों को उद्योग लगाने के लिए सरकारी मदद दी जाएगी। इनमें छोटे-बड़े सभी उद्यमी शामिल हैं। इन 16 हजार उद्यमियों का चयन लॉटरी सिस्टम से किया जाएगा। यह जानकारी उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने दी। मंत्री शाहनवाज ने बताया कि पूर्व में 8 हजार उद्यमियों को ही योजना का लाभ दिया जाना था। अब मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 16 हजार उद्योमियों को योजना का लाभ बिल्कुल पारदर्शी तरीके से करना है। मंत्री ने कहा कि उद्योग विभाग के अधिकारी, सूबे के सभी औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में चयन प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। चयन प्रक्रिया को आईपीआरडी के फेसबुक, यू-ट्यूब चैनल और उद्यमी वेबसाइट पर लाइव देखी जा सकती है। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि देश भर में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना इतनी अच्छी योजना नहीं है। यह सूबे के विकास एवं छोटे उद्योगों को खड़ा करने और बड़ा करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
मंत्री की बैंकों से अपील-छोटे उद्यमियों और गरीबों को दें लोन
प्रधानमंत्री इम्प्लॉयमेंट जेनरेशन प्रोग्राम (पीएमईजीपी) के तहत आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बड़े उद्योगों के साथ ही छोटे उद्योगों एवं गरीबों को भी लोन दें। इन्हें लोन देने में तेजी लाएं। बैंकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत लोन वितरण का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूरा हो। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि लोन वितरण का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूरा हो। सूबे के हर जिले में चयनित लाभार्थियों को बिना देरी के लोन जारी करने का निर्देश दिया। मंत्री ने कहा कि जिस तरह बड़े उद्योगों को बुला-बुलाकर लोन दिया जाता है। वैसे ही छोटे उद्यमियों या स्वरोजगार के लिए प्रयत्नशीन युवाओं, नए लोगों को भी बुलाकर लोन देना चाहिए। कहा कि सूबे में खादी-ग्रामोद्योग को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय खादी ग्रामोद्योग आयोग और बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड को आपस में तालमेल बनाकर काम करने की जरूरत है। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सूबे को समृद्ध एवं विकसित राज्य के रूप में देखना चाहते हैं। कहा कि डबल इंजन की सरकार पूरी ताकत से सूबे की तरक्की में जुटी है। ऐसे में विकास कार्यों को कोई नहीं रोक सकता है।