देश के पहले चीफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद अगले सीडीएस आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे बन सकते हैं। इन्होंने चेयरमैन ऑफ द चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी की जिम्मेदारी संभाल ली है। यह पद सेना के तीनों विंग के चीफ का होता है। जनरल रावत के बाद वरिष्टता के आधार पर पहले दिन से ही आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे का नाम अगले सीडीएस के लिए आ रहा है, क्योंकि सेना के दो विंगों के चीफ उनसे जूनियर हैं। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार एमएम से काफी जूनियर हैं। ऐसे में इन दोनों को सीडीएस की जिम्मेदारी नहीं मिलेगी। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने दिसंबर 2019 में पहले सीडीएस के रूप में जनरल बिपिन रावत का चयन किया था। तब सेना के तीनों विंगों में तालमेल के लिए सेना में चेयरमैन ऑफ द चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का पद था। तब वह पद तीनों विंग के चीफ में जो वरिष्ठ होता था, वह संभाल लेता था। यह जिम्मेदारी बिपिन रावत को सौंपी गई थी। अब सीडीएस का पद खाली है। अब जल्द ही सरकार नए सीडीएस का ऐलान करेगी। पूरी संभावना जताई जा रही है कि आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ही नए सीडीएस बनाएंगे।
हेलीकॉप्टर क्रैश में गई जनरल बिपिन रावत की जान
ठीक एक हफ्ता पहले तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायु सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ 13 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई थी। सीडीएस बिपिन रावत की पत्नी की भी मौत हो गई थी। दुर्घटना में 14 लोगों की मौत हो गई है। घायल ग्रुप कमांडर ने बुधवार को अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। भारतीय वायु सेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं। IAFने ट्वीट किया था- एक IAF Mi-17V5 हेलीकॉप्टर, CDS जनरल बिपिन रावत के साथ, तमिलनाडु के कुन्नूर के पास आज एक दुर्घटना का शिकार हो गया। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिये एक जांच का आदेश दिया गया है। घटना की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दे दी गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शीघ्र ही संसद को दुर्घटना के बारे में जानकारी देंगे। बता दें देश की सीमा पर फिलहाल चीन के साथ युद्ध की स्थित बनी हुई है। ऐसे में सरकार जल्द नए सीडीएस के नाम की घोषणा कर देगी।