नए मेमू कोच में मेट्रो की तर्ज पर खुलेंगे ऑटोमैटिक दरवाजे, सीसीटीवी कैमरे से लेश होगा ट्रेन, साथ में हर कोच में होगा टॉयलेट : भारतीय रेलवे बदलाव की और बढ़ चली है, वंदे भारत जैसी ट्रेनों के बाद, तेजस एक्सप्रेस, गति शक्ति एक्सप्रेस जैसी इकोनॉमी एसी कोच ने रेलवे के स्वरूप को बदल दिया है। 21 वी सदी में रेलवे अपने नए ट्रेनों के साथ यात्रियों को आरामदायक सफर कराने के लिए नए नए कोच बना रहा है।
देश भर में दैनिक यात्री,काम करने वाले, छोटी दूरी के लिए मेमू और डेमू ट्रेनें चलाई जाती है। लेकिन अब मेमू ट्रेनें में भी उच्चस्तरीय सुविधा मिलेगी। मेट्रो के तर्ज पर ही मेमू के दरवाजे खुलेंगे। यात्रियों के लिए गद्देदार सीट की व्यवस्था भी की गई है। मेमू ट्रेनें 110 से 130 की रफ्तार से दौड़ सकेगी। जीपीएस नेविगेशन सिस्टम से लेश होगा ट्रेन
कपूरथला रेल फैक्ट्री में तैयार किए गए है नए मेमू कोच
कपूरथला रेल फैक्ट्री में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मेमू कोच तैयार किए जा रहे है। देश के सभी रेलखंड पर विद्युतीकरण कार्य हो रहा है ऐसे में बड़ी संख्या में मेमू रैक की जरूरत को देखते हुए नए रैक तैयार किए जा रहे है।
मेमू कोच में ये होंगी सुविधाएं। मेट्रो जैसे खुलेंगे दरवाजे
नए तरह से तैयार मेमू कोच में मेट्रो ट्रेन के तर्ज पर ऑटोमैटिक दरवाजे खुलेंगे। इस नए मेमू कोच में यात्रियों के लिए ज्यादा जगह होगी। गद्देदार सीट की व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी भी की जाएगी। ट्रेनों में डिस्प्ले बोर्ड भी होगा जो यात्रियों को अग्ला स्टेशन आने की सूचना देगी। नए मेमू कोच के सभी कोच में बायोटॉयलेट की व्यवस्था की गई है। सबसे खास बात है कि नए मेमू कोच 130 की रफ्तार से चलने में सक्षम है।
आसनसोल भेजा गया पहला रैक
कपूरथला रेल फैक्ट्री में तैयार मॉडर्न मेमू कोच के 12 बोगियों के सेट को आसनसोल डिवीजन भेजा गया है। इस रैक का इस्तेमाल आसनसोल से वाराणसी, आसनसोल धनबाद या आसनसोल पटना रूट में किया जाएगा।
Input: daily Bihar