पुलिस हिरासत में डान पप्पू देव की हुई संदिग्ध मौत के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कई खुलासे हुए है। पप्पू देव के शरीर पर जख्म के 30 से ज्यादा निशान थे। जबकि, सिर में खून का थक्का जमने के कारण हृदय गति रूक गयी थी। इस कारण ब्रेम हेमरेज से पप्पू देव की मौत हुई थी। पप्पू देव की मौत के बाद मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था। तीन चिकित्सक डा. एसपी विश्वास, डा. केके मधुप, डा. अखिलेश्वर प्रसाद, डा. एसके आजाद की टीम द्वारा किये गये पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट सामने आ गई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि पप्पू देव के शरीर के विभिन्न हिस्सों में 30 जख्म के बाहरी निशान थे। जबकि, सिर में एक जगह काफी गहरा जख्म था। सिर में खून का थक्का भी जम गया था। जिससे मस्तिष्क का महत्वपूर्ण अंग को क्षति पहुंची थी। इसी वजह से पप्पू देव की हृदय गति रूक गई और उनकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद समर्थकों में उबाल है। समर्थकों का कहना था कि पुलिस की पिटाई से ही मौत हुई है। मामले में अस्पताल उपाधीक्षक डा. एसपी विश्वास ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को हस्तगत करा दिया गया है। टीम ने अपनी राय रिपोर्ट में दे दी है। उल्लेखनीय है कि शनिवार की देर रात पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पप्पू देव को उमेश ठाकुर के घर से हिरासत में लिया था।
रविवार को पुलिस ने बयान जारी कर कहा था कि भागने के दौरान पप्पू देव दीवार से छलांग लगा दी थी। हिरासत में लिये जाने के बाद रात करीब दो बजे सीने में दर्द की शिकायत की थी। जिसपर उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से चिकित्सक ने दरभंगा के लिए रेफर कर दिया था।
Input: DTW24