लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने में सरकार से कम महत्वपूर्ण जिम्मेदारी विपक्ष की भी नहीं होती। बिहार में प्रमुख राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के बड़े नेताओं के व्यवहार ने एक बार फिर से विरोधियों को सवाल उठाने का मौका दे दिया है।
दरअसल, रविवार को राज्य के मुजफ्फरपुर शहर में एक बड़ा हादसा हुआ। राज्य सरकार के कम से कम दो मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन और रामसूरत राय ने घटनास्थल का जायजा लिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर शोक जताया, जांच और कार्रवाई के साथ ही पीड़ितों को मदद का आश्वासन दिया, लेकिन इस बड़ी घटना पर लालू परिवार के प्रमुख चेहरों ने मुंह तक नहीं खोला।
क्रिसमस की बधाई देकर गायब हुए तेजस्वी यादव
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की हाल में ही शादी हुई है। वे अपनी पत्नी रेचल उर्फ राजश्री के साथ कुछ दिनों पहले दिल्ली चले गए थे। उनके विदेश जाने की तैयारियों की चर्चा थी। बिहार और देश से जुड़े सभी प्रमुख मसलों पर प्रखरता से अपनी बात रखने वाले तेजस्वी ने मुजफ्फरपुर हादसे पर एक शब्द नहीं बोला है। उनके ट्विटर अकाउंट से आखिरी ट्वीट क्रिसमस की बधाई का है। खुद लालू यादव के ट्विटर हैंडल से आखिरी ट्वीट पांच दिन पहले जाति जनगणना को लेकर किया गया था।
तेज प्रताप यादव भी क्रिसमस की बधाई देकर चुप
तेज प्रताप यादव भी क्रिसमस की बधाई देने के बाद कोई ट्वीट नहीं किए हैं। इस बीच इंटरनेट मीडिया पर उनका एक वीडियो जरूर सामने आया, जिसमें वे ट्रेन में बैठकर यात्रा करते दिखाई दे रहे हैं। वे ट्रेन में ही भोजन का आनंद ले रहे हैं। इस वीडियो के साथ बताया गया है कि तेज प्रताप नए साल की खुशियां मनाने बिहार से बाहर रवाना हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री से लेकर तमाम बड़े नेता जता चुके हैं दुख
मुजफ्फरपुर हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे तमाम नेता मुजफ्फरपुर हादसे पर शाेक जता चुके हैं। यह हादसा इतना भयावह हुआ था कि मृतकों की पहचान करना तक मुश्किल हो रहा है। प्रशासन के स्तर से अब तक सात मौतों की पुष्टि हुई है, हालांकि वास्तविक आंकड़ा इससे अधिक होने की संभावना बनी हुई है।