बॉयलर ब्लास्ट में मरे सात श्रमिकों के शवों को पुलिस ने परिजनों के दावे पर उन्हें सौंप दिया था, लेकिन सभी शव की डीएनए जांच भी कराने की अनुशंसा की है।
एसकेएमसीएच के एफएमटी विभाग के द्वारा लिए गए डीएनए नमूनों की भी पुलिस जांच करायेगी। बुधवार को कांड के आईओ सह बेला थानेदार कुंदन कुमार इसके लिए एसकेएमसीएच पहुंचे। उन्होंने बताया कि सातों मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल गयी है। अब सभी शवों की डीएनए जांच कराने की कवायद कोर्ट से अनुमति लेकर की जायेगी।
एफएमटी के चिकित्सकों ने आईओ को बताया है कि सात मृतकों में पांच शव टुकड़ों में बंटे हुए थे। शव के सभी टुकड़े भाप से जले हुए थे। मृतक मियान सहनी और प्रकाश राय की मौत वाष्प के जलने से नहीं हुई थी। ये दोनों शव चूड़ा मिल कर्मियों के थे। उनकी मौत बलास्ट के बाद दीवार फैक्ट्री के मलबे में दबकर हो गयी थी। इस वजह से शव बॉयलर से निकले भाप से नहीं हुई थी।
बेला थानेदार ने बताया कि शव से लिए गये डीएनए नमूनों की जांच करायी जायेगी। साथ ही मृतकों के करीबी का उस डीएनए से भी मिलान किया जायेगा। सभी रिपोर्ट कोर्ट में चार्जशीट के समय प्रस्तुत की जायेगी। ताकि ट्रायल के समय यह वैज्ञानिक तौर पर भी स्पष्ट रहे कि हादसे में किन सात लोगों की मौत हुई थी। ताकि न्यायालय में सजा के बिंदू पर किसी तरह की कोई किंतु परंतु ना रहे।
स्नैक्स फैक्ट्री सील करने के लिए मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त का आग्रह :
बलास्ट वाली स्नैक्स फैक्ट्री को सील करने के लिए बेला थानेदार कुंदन कुमार ने एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक और बियाडा के क्षेत्रीय प्रबंधक को पत्र भेजा है। मजिस्ट्रेट नियुक्त होने के बाद इसे सील किया जायेगा। थानेदार ने बताया कि यदि मजिस्ट्रेट आयेंगे तो गुरुवार को क्षतिग्रस्त फैक्ट्री सील होगी अन्यथा अगले दिन यह कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि फरार मालिक की गिरफ्तारी वारंट के लिए कोर्ट के खुलने पर अर्जी दी जायेगी।
फैक्ट्री मालिक व मैनेजर की गिरफ्तारी के लिए चल रही छापेमारी :
नगर डीएसपी रामनरेश पासवान के नेतृत्व में बनी एसआईटी अलग-अलग बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। इस कड़ी में मैनेजर व मालिक की गिरफ्तारी के लिए डीआईयू की टीम ने कई जगहों पर छापेमारी की। डीआईयू की टीम भी लगातार मोबाइल लोकेशन लेने के प्रयास में है। बताया कि गया फरार मैनेजर उदय शंकर ने जिस मोबाइल से अपने पिता को कॉल किया था उसे भी स्वीच ऑफ कर लिया है। हालांकि निजी मुचलके पर बेला थाने से छूटे पिता लालबाबू ने उदय के ठिकाने का पता लगाने के लिए दो दिन का समय पुलिस से मांगा है।