समाज सुधार अभियान के तहत समस्तीपुर पहुंचे बिहार के डीजीपी एसके सिंघल के लड़कियों पर दिए गए बयान पर विवाद जारी है. विपक्ष के नेता तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इसी क्रम में प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार ने इस मामले में सफाई दी है. शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने कहा, ” जिसकी जहां मर्जी हो वहां शादी करें, जिससे मर्जी उससे करें, उसमें कहां कोई दिक्कत है. ये तो सबकी आजादी है ”
बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत
दरअसल, समाज सुधार अभियान के दौरान समस्तीपुर पहुंचे डीजीपी एसके सिंघल ने कहा था कि मां-बाप की अनुमति के बिना कुछ बेटियां घर से निकल जाती हैं, इसके दुखद परिणाम आते हैं. साथ ही डीजीपी ने ये भी कहा था कि अगर आपके बेटे-बेटी स्कूल जाते हैं तो वहां आप पूरी नजर रखें. हमारी बेटी स्कूल पहुंची या नहीं पहुंची, पढ़ी या नहीं, स्कूल-कॉलेज से वापस आई तो खुश रह रही है या नहीं, कोई परेशान या छेड़छाड़ तो नहीं कर रहा? इसका हमें ख्याल रखना होगा.
बेटा-बेटी से लगातार करें बात
एसके सिंघल ने कहा कि एक और समस्या सामने आ रही है वो ये है कि कई बेटियां हैं, जो शादी के लिए बिना मां-बाप की अनुमति के घर से निकल जाती हैं. इसके दुखद परिणाम निकलते हैं. इनमें से कई की तो हत्या हो जाती है. वहीं, कुछ बेटियां वेश्यावृति तक पहुंच जाती हैं. इसलिए हम सब का दायित्व है कि बेटा-बेटी से लगातार बात करें और अच्छी शिक्षा दें. कई बार परिणाम माता-पिता को उठाना पड़ता है.
डीजीपी एसके सिंघल ने कहा कि पुलिस तो है ही. लेकिन अभिभावकों को देखना होगा तभी उनके बेटे-बेटी सही रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि अपराध के जो नए आयाम देखे जा रहे हैं, उसमें कम उम्र के लड़के पकड़े जा रहे हैं. ऐसा इसलिए कि इनके अभिभावक बच्चों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. हमने दिन-रात पढ़ाई की, तब जाकर यहां तक पहुंचे हैं.
Input: DTW24