बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Chief Minister Nitish Kumar) साल 2022 में आयोजित पहले जनता दरबार (JANTA DARBAR) में आज सूबे के अलग-अलग जिलों से आए फरियादियों की फरियाद सुन रहे थे. सीएम ने जनवरी माह के पहले सोमवार को गृह, पुलिस, कारा, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी, खान एवं भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़े मामलों की शिकायतें सुनी
इस दौरान पटना के एक रेप पीड़िता ने कहा कि पहले उसके साथ अन्याय हुआ. उसने अपने साथ हुए रेप की शिकायत जब थाने में की तो कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद वह न्याय की गुहार लेकर डीजीपी के पास पहुंची, तो वहां उल्टे डीजीपी ने कहा कि लड़कियां ही लडकों को रेप के लिए उकसाती हैं ऐसे में वह क्या करें
“लड़कियां ही रेप की जिम्मेदार हैं”
पीड़िता ने कहा कि उसके साथ रेप की घटना हुई. इसके बाद उसने पटना के रूपसपुर थाने में केस दर्ज कराया. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब तो केस के आईओ और थानेदार फोन तक नहीं उठाते हैं. हमने डीजीपी से भी मुलाकात की. तो उन्होंने उल्टे कह दिया कि लड़कियां ही रेप की जिम्मेदार हैं.. लड़की ने आरोप लगाया कि डीजीपी ने कहा कि लड़कियां ही इसके लिए लड़कों को उकसाती हैं.
न्याय नहीं तो आत्महत्या के लिए होंगे मजबूर”
लड़की ने कहा कि अगर उसे न्याय नहीं मिलता है तो उनके पास आत्महत्या के अलावे कोई रास्ता नहीं बचा है. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डीजीपी को फोन लगा कर कहा कि यह मामला पटना के नौबतपुर का है. इसे तुरंत देखिए और एक्शन लीजिए.
दिव्यांग सैनिक ने मांगी पांच एकड़ जमीन
वहीं जनता दरबार में एक दिव्यांग सैनिक फरियादी ने कहा कि सैनिक दिव्यांग को पाच एकड़ सरकारी जमीन देने का प्रावधान किया गया है. साथ ही कंकड़बाग में फ्लैट देने की बात है. दिव्यांग सैनिक ने कहा कि सरकारी चिट्ठी लगी हुई है. दिव्यांग सैनिक के मुंह से मुख्यमंत्री ने जैसे ही पांच एक जमीन देने की बात सुनी, वे चौंक गये. इसके वाद सीएम ने कहा कि पांच एकड़ जमीन? पांच एकड़ जमीन कहां है जो मिलेगा?
Input: DTW24