बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक हुई अप्रत्याशित वृद्धि को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने अहम फैसला लिया (CM Nitish kumar CMG Meeting Regarding Corona) है. उन्होंने समाज सुधार अभियान की यात्रा और जनता दरबार स्थगित कर दिया है. उन्होंने इसको लेकर मंगलवार शाम काफी देर तक बैठक की. क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने बिहार में रात्रि कर्फ्यू का भी ऐलान किया.
बता दें कि लगातार कोरोना के मामले बढ़ने पर पूरे प्रदेश में खलबली थी. वहीं लोग यह भी कह रहे थे कि अगर लॉकडाउन लगा तो लोग आर्थिक तंगी से जूझने लगेंगे. जानकारी दें कि आईएमए के अधिवेशन के बाद से कोरोना से डॉक्टर काफी ज्यादा संक्रमित हो गए थे. वहीं कई बड़े नेता और चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. इसको लेकर नीतीश कुमार ने औरंगाबाद में अपनी समाज सुधार अभियान की यात्रा के दौरान ही संकेत दे दिए थे. वहीं जनता दरबार में भी लगभग एक दर्जन से अधिक लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे. पहले 6 फरियादी कोरोना संक्रमित पाए गए थे लेकिन होटल मौर्य से खाना बनाने पहुंचे 5 कर्मचारी और सुरक्षा में तैनात 3 जवान भी संक्रमित पाए गए हैं. ऐसे में कुल 14 लोग पॉजिटिव पाए गए थे।
बता दे कि मंगलवार को राजधानी पटना में कोरोना ( Patna Corona Update ) के 522 नए मामले सामने आए. जिनमें 40 से अधिक बच्चों में भी संक्रमण पाया गया है. इन सभी बच्चों की उम्र 18 साल से कम है. बताया जाता है कि सभी 2 साल से 17 साल के बीच के हैं. राजधानी में एक साथ इतने मामले मिलने के साथ ही यहां एक्टिव मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 1200 हो गया है. प्रदेश में कोरोना के मामलों में बीते 10 दिनों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. बीते पांच दिनों में 260% केस बढ़ गए हैं. 30 दिसंबर को जहां प्रदेश भर में 132 एक्टिव मरीज मिले थे, वहीं 31 दिसंबर को यह बढ़कर 158 हो गई.