नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगर बैंक (Bank) से जुड़ा कोई जरूरी काम है तो उसे जल्दी निपटा लें। क्योंकि सोमवार को बैंक का कामकाज प्रभावित हो सकता है। इसका कारण है संयुक्त किसान मोर्चा का भारत बंद।
इस दौरान किसान देशभर में बाजार बंद कराने समेत दूसरी कारोबारी गतिविधियों को रोकने का प्रयास कर सकते हैं। दूसरी ओर बैंकरों की यूनियन ने इसे समर्थन देने का फैसला किया है। इससे पहले 25 और 26 सितंबर को Fourth Saturday (चौथा शनिवार) और Sunday (रविवार) है। यानि शुक्रवार के बाद बैंक लगातार तीन दिन बंद रह सकते हैं।
अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (AIBOC) ने संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 27 सितंबर को आहूत ‘भारत बंद’ को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ ने सरकार से संयुक्त किसान मोर्चा की मांगों पर उसके साथ फिर से बातचीत शुरू करने और तीन विवादित कृषि कानूनों को रद्द करने का अनुरोध किया। यूनियन ने एक बयान में कहा कि एआईबीओसी के सहयोगी और राज्य इकाइयां सोमवार को पूरे देश में किसानों के विरोध प्रदर्शनों के साथ एकजुटता दिखाएंगी।
इस महीने की शुरुआत में जारी एनएसएस भूमि और परिवारों के पास पशुधन और कृषि परिवारों की स्थिति आकलन, 2018-19 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए, संघ ने कहा कि यह इंगित करता है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का सरकार का लक्ष्य, दूर का सपना लगता है।
प्रति कृषि परिवार का औसत बकाया कर्ज वर्ष 2018 में बढ़कर 74,121 रुपये हो गया, जो वर्ष 2013 में 47,000 रुपये था। कृषि परिवारों की बढ़ती कर्जदारी, गहराते कृषि संकट को दर्शाती है।
संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि इस बंद में राष्ट्रीय राजनीतिक दलों, ट्रेड यूनियनों, किसान संघों, युवाओं, शिक्षकों, मजदूरों और अन्य सहित लगभग 100 संगठन 27 सितंबर के भारत बंद में शामिल होंगे।
Input: jagran