Muzaffarpur में Corona की तीसरी लहर से युवा सबसे ज्यादा संक्रमित, 18 से 30 वर्ष के युवा हो रहे संक्रमण के शिकार

कोरोना की तीसरी लहर के दौरान जिले में अबतक मिले संक्रमितों में से लगभग 300 लोग 18 से 30 वर्ष तक के हैं। संक्रमितों की ट्रैकिंग में उनकी उम्र का पता चला है।तीसरी लहर में भी युवा ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 50 और इससे अधिक उम्र के लोग अबतक मिले संक्रमितों में कम हैं। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमित मिले हैं। शहर के जिन हिस्सों से कोरोना संक्रमित अबतक मिले हैं, उनमें भगवानपुर, पुलिस लाइन, खबड़ा, ब्रह्मपुरा, मिठनपुरा, नयाटोला, पड़ाव पोखर शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि शहर के लगभग सभी हिस्सों से पॉजिटिव मिले हैं। कोरोना की तीसरी लहर में 100 संक्रमितों का आंकड़ा पांच दिनों में ही पहुंच गया। जिले में 30 दिसंबर को कोरेाना के छह मरीज मिले थे। इसके बाद संख्या दहाई में आने लगी। कोरोना की पहली लहर में 100 संक्रमितों के आंकड़े तक पहुंचने में एक हफ्ते का समय लगा था। दूसरी लहर में भी 100 के आंकड़े तक पहुंचने में एक हफ्ते का वक्त लग गया था, लेकिन तीसरी लहर दोनों लहर से तेज है। तीसरी लहर में एक हफ्ते के अंदर कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 250 के पार चला गया, जबकि पहली और दूसरी लहर में 200 की संख्या पार करने में 15 दिनों का समय लगा था।

एसकेएमसीएच में भर्ती मरीजों की स्थिति गंभीर नहीं

एसकेएमसीएच में भर्ती कोरोना मरीजों की स्थिति सामान्य है। डॉक्टरों ने बताया कि वार्ड में अभी चार मरीज भर्ती हैं, जिनमें किसी भी स्थिति खराब नहीं है। एसकेएसमीएच में पांच मरीज भर्ती थे, एक मरीज को उसके परिजन अस्पताल से लेकर चले गए। कोई मरीज वेंटिलेटर पर नहीं है और न किसी को ऑक्सीजन की जरूरत है। सभी मरीजों का ऑक्सीजन स्तर 94 से अधिक है। एसकेएमसीएच के अलावा होम आइसोलेशन में भी जो मरीज भर्ती हैं, उनकी स्थिति सामान्य है। सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि सभी मरीजों का हाल कंट्रोल रूम से लिया जा रहा है। किसी भी मरीज को वेंटिलेटर या ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है। डॉक्टरों के मुताबिक इस बार कोरोना का संक्रमण माइल्ड है। इसलिए ज्यादातर संक्रमित होम आइसोलेशन में ही हैं।

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