कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कोरोना जांच कराने वाले 4.35 प्रतिशत संदिग्ध संक्रमित मिल रहे हैं। संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग हर दिन आठ हजार संदिग्धों की जांच शुरू कर दी है।
इस बीच जो लोग बीमार हो रहे हंै उसमें 15 से 60 साल उम्र वाले लोग 75 प्रतिशत हैं। अगर कोरोना संक्रमित मरीज के घर पर रहने की जगह नहीं होगी तो उसे कोविड केयर सेंटर पर रखा जाएगा। वहां पर रहने की सुविधा है।
संक्रमण की गति
वर्ष 2022 में
उम्र——प्रतिशत
0 से 15 साल—–2.5 प्रतिशत
15 से 60 साल—-75 प्रतिशत
60 साल से उपर—–22.5 प्रतिशत
नोट ::यह डाटा एक हजार जांच पर आधारित है।
पिछले साल 2021
उम्र——प्रतिशत
0 से 15 साल—5 प्रतिशत
15 से 60 साल—85 प्रतिशत
60 साल से उपर—-22.5 प्रतिशत
नोट :यह डाटा एक अप्रैल से 31 जुलाई, 2021 के बीच 20 हजार मरीजों की जांच पर आधारित है।
स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी बेचैनी
कोरोना मरीज की संख्या बढऩे के बाद स्वास्थ्य विभाग की बेचैनी बढ़ गई है। सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने बताया कि इस बार कोरोना का फैलाव सबसे ज्यादा है। एक तरह से कहें कि जो लोग जांच करा रहे उसमें अधिकांश लोग संक्रमित मिल रहे हैं। इधर संक्रमण बढऩे के बाद अभी तक जो जांच की गई है, उसमें 4.35 प्रतिशत मरीज पाजिटिव मिल रहे हैं। जिनमें लक्षण है और एंटीजन जांच में पाजिटिव नहीं आ रहे हंै तो उन्हें आरटीपीसीआर जांच करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि हर दिन पांच से बढ़ाकर अब आठ हजार से अधिक संदिग्धोंं की कोरोना जांच की जा रही है। जांच के दौरान अगर पाजिटिव आते हैं तो उन्हें होम आइसोलेट किया जा रहा है। अगर होम आइसोलेट में रहने की जगह नहीं है तो उन्हें कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया जाएगा। इसके लिए हर पीएचसी में दस बेड का कोविड केयर सेंटर काम कर रहा है। बीबी कालेजिएट परिसर में 220 बेड का कोविड केयर सेंटर पर रखा जाएगा।
तिथि संक्रमित जांच
30 दिसबंर 4803 6
31 दिसबंर 5053 21
1 जनवरी 3661 17
2 जनवरी 2948 27
3 जनवरी 4305 28
4 जनवरी 6105 147
5 जनवरी 6266 123
6 जनवरी 6733 101
7 जनवरी 6685 179
8 जनवरी 5282 173
9 जनवरी 5239 228
10 जनवरी 5729 240