PATNA-जोगबनी, कटिहार और गुवाहाटी से जल्द हाेगा कोसी-मिथिला का सीधा रेल संपर्क1471 करोड़ की लागत से चल रही योजनाओं का जल्द पूरा होगा काम : कोरोना की तीसरी लहर के बीच पूर्व मध्य रेल की ओर से नई लाइन, दोहरीकरण, आमान परिवर्तन सहित अन्य निर्माण परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। इस कड़ी में लगभग 206 किमी लंबे सकरी-निर्मली और झंझारपुर-लौकहा बाजार(94 किमी) अाैर सहरसा-फारबिसगंज (111 किमी) आमान परिवर्तन का कार्य किया जा रहा है।
इस परियोजना पर लगभग 1471 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि 94 किमी लंबे सकरी-निर्मली अाैर झंझारपुर-लौकहा बाजार आमान परिवर्तन में से सकरी-मंडन मिश्र हॉल्ट (11 किमी), मंडन मिश्र हॉल्ट-झंझारपुर (9 किमी), झंझारपुर-तमुरिया (9 किमी) का कार्य पूरा हो चुका है। शेष पर कार्य तीव्र गति से जारी है।
इसी तरह 111 किलोमीटर लंबे सहरसा-फॉरबिसगंज आमान परिवर्तन परियोजना के अंतर्गत अब तक सहरसा-गढ़बरूआरी (16 किमी), गढ़बरूआरी-सुपौल (11 किमी), सुपौल-सरायगढ़ (25 किमी), सरायगढ़-राघोपुर (11 किमी) अाैर राघोपुर-ललितग्राम (20 किमी) रेलखंड सहित अबतक कुल 83 किमी आमान परिवर्तन का कार्य पूरा कर लिया गया है। इस परियोजना का शेष कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। सकरी-निर्मली-झंझारपुर-लौकहा बाजार अाैर सहरसा-फारबिसगंज आमान परिवर्तन परियोजना के अंतर्गत तमुरिया-घोघरडीहा (11 किमी), घोघरडीहा-निर्मली (11 किमी), ललितग्राम-नरपतगंज-फारबिसगंज (29 किमी) का कार्य इस साल के अंत तक पूरा कर लिए जाने की संभावना है।
इन परियोजनाओं से फायदा क्या
फारबिसगंज तक रेल कनेक्टिविटी होने के बाद जोगबनी, कटिहार और गुवाहाटी से कोसी-मिथिला का सीधा रेल संपर्क उपलब्ध हो जाएगा। फारबिसगंज होकर जोगबनी, कटिहार और गुवाहाटी से कोसी-मिथिलांचल से जुड़ जाएगा। झंझारपुर, निर्मली रूट की ट्रेन कोसी रेल महासेतु, सरायगढ़ और राघोपुर होकर फारबिसगंज पहुंच जाएग। साथ ही दरभंगा एवं सहरसा क्षेत्र के लोगों को गुवाहाटी के लिए वैकल्पिक रेल मार्ग उपलब्ध हो जाएगा।
Input: Daily Bihar