किसी फिल्म का एक डायलॉग था कि लाख पहरे लगा दो जेलर साहब, लेकिन ये लोहे की सलाखें मुझे रोक नहीं सकती. बिहार में कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. बिहार की नीतीश सरकार शराब बेचने और पीने वालों पर लाख पहरे लगा दे, कितनी भी सख्ती और पाबंदी लगा दे. लेकिन पीने और पिलाने वालों को रोक पाना बहुत मुश्किल है. राज्य में हर दिन शराबबंदी कानून का उलंघन खुलेआम देखने को मिलता है. नालंदा की घटना भी प्रशासन के कार्यशैली पर सवाल खड़े करने वाला है तो अब सुपौल से जो खबर सामने आई है. वो भी हैरान कर देने वाली है.
यहां पंजाब नेशनल बैंक शराब की पार्टी चल रही थी. बैंक बंद होते ही शाखा मयखाना में बदल गया और मैनेजर के साथ कई स्टाफ शराब का लुफ्त उठाने में जुटे थे. तभी पुलिस ने छापा मारा और मैनेजर के साथ तीन स्टाफ को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार होने वाले लोगों में पीएनबी के मैनेजर ,असिस्टेंट मैनेजर, क्लर्क और रिलेशनशिप मैनेजर शामिल हैं. इन लोगों की बैंक परिसर के अंदर ही शराब पार्टी चल रही थी जिसमें गुप्त सूचना पर सदर पुलिस ने खलल डाल दिया ओर विदेशी शराब की एक बोतल के साथ सभी को गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार करने के बाद सभी की सदर थाने में ब्रेथ एनेलाइजर से जांच की गई जिसमें सभी के शराब पीने की पुष्टि हुई है. पुलिस ने मौके से दो खाली बोतल, एक पानी की बोतल ओर 4 मोबाईल भी जब्त किया है. सभी बैंक कर्मी बैंक अवधि समाप्त होने के बाद जाम छलका रहे थे .इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी . पुलिस जब बैंक के अंदर पहुंची तो सभी लोग शराब पी रहे थे. इस घटना को लेकर आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि यहां शाखा का काम खत्म होने के बाद रोजाना जाम छलकता था.
Input: Dtw24