राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सोमवार को कार्यक्रम हुआ। इस दौरान बालिकाओं को प्रोत्साहित किया गया। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत चार बालिकाओं को प्रोत्साहन राशि के रूप में पांच-पांच हजार का चेक दिया गया।
वहीं, शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने पर एस खातून, शुभम कुमारी, अंजली कुमारी, विद्या शालिनी को 10वीं और 12वीं कक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इसके साथ ही बाल विवाह के खिलाफ में अभियान छेड़ने को लेकर पूजा कुमारी व अन्नू कुमारी को विशेष तौर पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का उदघाटन डीएम प्रणव कुमार ने किया। इस दौरान वर्चुअल माध्यम से बालिकाओं के समक्ष विचार रखते हुए डीएम ने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य भारत में लैंगिक असमानता, बालिका शिक्षा का महत्व, उसके स्वास्थ्य-पोषण के बारे में जागरूकता फैलाने और लैंगिक रूढ़ियों को चुनौती देना है। उन्होंने कहा कि मुख्य उद्देश्य है, ताकि लड़के और लड़की में किया जाने वाला भेदभाव खत्म हो सके।
वहीं, महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ लोगों की मानसिकता को बदलना है। उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि शिक्षा से ही लोगों को जागरूक किया जा सकता है। यदि हम सब शिक्षित होंगे तभी स्वच्छ समाज के निर्माण में हम अपनी भूमिका का निर्वहन कर पाएंगे। मौके पर डीपीओ आईसीडीएस चांदनी सिंह, सहायक निदेशक बाल संरक्षण उदय कुमार झा, जिला शिक्षा अधिकारी ए अंसारी, आईसीडीएस के अधिकारी उपस्थित थे।