संगठित अपराध पर अंकुश लगाने को लेकर तिरहुत रेंज के आईजी पंकज सिन्हा ने सोमवार को एसएसपी कार्यालय में बैठक की। इस दौरान शराब, शराब माफिया व धंधेबाजों पर अंकुश लगाने को लेकर रणनीति तैयार किया। साथ ही तीन थाना पर एन्टी लिकर टास्क फोर्स (एएलटीएफ) का गठन किया। साथ ही अपराध की रोकथाम के लिए जिले के सभी डीएसपी व एसडीपीओ के नेतृत्व में एक-एक ब्रज टीम का गठन किया। इस एक टीम में इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारी को रखा है। जिले में इसकी मॉनिटरिंग एसएसपी करेंगे। जिसकी रिपोर्ट आईजी कार्यालय को भी भेजेंगे।
आईजी पंकज सिन्हा ने बताया कि एएलटीएफ टीम तीन थानों पर होगी। इनको जिला पुलिस मुख्यालय से स्वतंत्र गाड़ी मिलेगी। वे जिले में अपने गुप्तचर की सूचना पर कार्रवाई करें। जरूरत पड़ने पर स्थानीय थाने से भी मदद लेंगे। स्थानीय थाने को एएलटीएफ के डिमांड पर अविलम्ब सहयोग देना होगा। उन्होंने ने बताया जिले में दो दर्जन से अधिक शराब के बडे माफिया है। जो जिला पुलिस की ओर से पहले ही चिन्हित किये जा चुके है। उनकी गिरफ्तारी हर हाल में एएलटीएफ को करनी है। उन्हें इसका टास्क दिया गया है। टीम को महीने में माफिया को पकड़ने का टास्क दिया गया है। कितनी गिरफ्तारी करनी है। यह गोपनीय रखी गई गई। किस टीम को कौन कौन माफियाओं के नाम दिए गए है। यह भी गोपनीय रखने को कहा गया हैं । बताया जाता है कि हर टीम के कॉमन माफिया का नाम दिया गया है।
हत्या, पुलिस पर हमला, एससी/एसटी एक्ट के मामले में करनी है गिरफ्तारी :
आईजी ने बताया कि जिले में हत्या, पुलिस पर हमला, एससी/एसटी एक्ट के आरोपितों की गिरफ्तारी जिला पुलिस को हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इनकी गिरफ्तारी को लेकर बज्र पार्टी का गठन किया गया। इसकी मॉनिटरिंग डीएसपी को करनी है।
दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर :
पोस्टिंग के बाद पहली बार एसएसपी कार्यालय पहुंचे तिरहुत रेंज के आईजी पंकज सिन्हा को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान एसएसपी के अलावा डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय, डीएसपी वेस्ट अभिषेक आनंद, नगर डीएसपी रामनरेश पासवान के अलावा सभी पुलिस अंचल के इंस्पेक्टर भी मौजूद थे।